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(आरआईडीएफ) के तहत हिमाचल प्रदेश में पहली परियोजना बगलामुखी रोपवे को नाबार्ड की स्वीकृति

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास कोष (आरआईडीएफ) के तहत बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए राज्य सरकारों को रियायती वित्त प्रदान करता है। राज्य सरकार के अनुरोध के बाद, नाबार्ड ने भारत सरकार के परामर्श से हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों के दूरदराज के क्षेत्रों में कृषि गतिविधि और ग्रामीण संपर्क को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में रोपवे को एक पात्र गतिविधि के रूप में शामिल किया है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बगलामुखी मंदिर के पास एक दूरस्थ गांव बखली को NH-205 से जोड़ने के लिए रोपवे के निर्माण के लिए 42.48 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से पहली परियोजना को मंजूरी दी गई है। । इस परियोजना का क्रियान्वयन रोपवे और रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन एचपी लिमिटेड (आरटीडीसी) द्वारा किया जाएगा। यह हिमाचल प्रदेश राज्य और पूरे देश में आरआईडीएफ सहायता के तहत बनने वाली पहली रोपवे परियोजना होगी। रोपवे का निचला टर्मिनल बिंदु (एलटीपी) और ऊपरी टर्मिनल बिंदु (यूटीपी) चंडीगढ़ मनाली राजमार्ग पर पंडोह जलाशय के पास और बखली गांव बगलामुखी मंदिर के पास स्थित होगा। प्रस्तावित रोपवे की क्षमता 350 व्यक्ति प्रति घंटे प्रति दिशा है। यह परियोजना पंडोह बांध से सड़क मार्ग से गांव तक पहुंचने के लिए यात्रा के समय को मौजूदा 25-30 मिनट से घटाकर 5 मिनट कर देगी। इससे बखली और आसपास के अन्य गांवों के निवासियों को कृषि और बागवानी उत्पादों को रोडहैड तक लाने को सुगम करेगा। इससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा एवं ग्रामीण समुदाय की आय संवर्धन, कृषि आधारित उद्योगों एवं सूक्षम व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा।

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