शिमला: 08/09/24विश्वविद्यालय में SFI गुंडों से बरामद हुए तेजधार हथियार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई मंत्री अविनाश ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पीछले 76 वर्षों से छात्र हितों की रक्षा के लिए आवाज बुलंद करती आई है। परिषद हमेशा से विश्विद्यालयों में पढ़ाई का माहौल बनाने के लिए प्रयासरत रहती है। लेकिन कल सुबह चौक पर एक घटना सामने आती है। हर दिन की तरह सुबह चौक पर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता नियमित रूप से चौक पर छात्रों का अभिनंदन करने के लिए खड़े थे उस समय कुछ SFI के गुंडों द्वारा विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ जानबूझकर धक्का-मुक्की करना व साथ ही विद्यार्थी परिषद की छात्राओं के साथ गाली गलौज करते है,
जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उन्हे रोकते है तो SFI के गुंडे हाथापाई पर उतर आते है, इसमे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को काफी चोटे आती है।
विश्वविद्यालय मे हिसंक माहौल को देखते हुए इसके बाद विश्वविद्यालय मे अतिरिक्त सुरक्षा बल को बुलाया जाता है, जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता करता स्वामी विवेकानंद भवन के बाहर खड़े थे, उस समय दो छात्र कार्यकर्ता एवम 1 छात्रा कार्यकर्ता पिंक पेटल से स्वामी विवेकानंद भवन की तरफ आ रहे थे उसी समय SFI के कुछ गुंडों द्वारा तेजधार हथियार ( दराट)के साथ विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर हमला किया जाता है।
यह वही छात्र संगठन है, जिसके कुछ समय पहले विश्वविद्यालय से तकरीबन आठ कार्यकर्ता निष्कासित किए गए थे आज की घटना में भी वही दराट के साथ विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर हमला करते हुए नजर आते हैं,
अविनाश ने बयान जारी करते हुए बताया की बीते वर्ष नंबर माह में विश्वविद्यालय एक छात्र को बेरहमी से मारा उस छात्र को तेजधार हथियारों और दराट व रोडों से बेरहमी से तब तक मारा गया जब तक छात्र की दोनों टांगें नहीं टूट गई उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इन गुंडों को निष्काशित किया जाता है लेकिन अब एक बार फिर से वही sfi के गुंडे विश्वविद्यालय में शरेआम हवा में दराट लहराते हुए नजर आए परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है की इन सभी गुंडों को प्रशासन द्वारा तुरंत प्रभाव से उच्चित कार्यवाही करके पुनःनिष्कासित किया जाए।अधिकतर sfi के गुंडे इस विश्वविद्यालय के छात्र भी नहीं है।विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करती है कि इन गुंडों को हिंसक घटनाओं में बार बार शामिल होने पर विश्वविद्यालय से तुरंत निष्कासित किया जाएं अन्यथा विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी। अतः प्रदेश सरकार से मांग है करती है कि ऐसे मामलों में बार बार सलंपित होने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए।