खेल मंत्री ने नूरपुर में ‘रन अगेंस्ट ड्रग्स’ को दिखायी हरी झंडी
नूरपुर, 29 नवंबर। ड्रग्स के विरुद्ध लड़ाई केवल सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है अपितु पूरे समाज को इसके विरुद्ध खड़ा होने की आवश्यकता है। नशे के खिलाफ लड़ाई एक जनआंदोलन बने इसके लिए सभी को अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी पड़ेगी। नूरपुर में ‘रन अगेंस्ट ड्रग्स’ मैराथन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए युवा सेवाएँ एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यह शब्द कहे। नूरपुर में हुई इस मैराथन में कुल 270 युवाओं ने भाग लिया, जिसमें 215 पुरुष और 55 महिला प्रतिभागियों ने ड्रग्स के विरुद्ध दौड़ लगाई। यह रहे विजेता मैराथन में भाग लेने वाले युवाओं में महिला वर्ग में रवीना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं नीतिका चौधरी और अंजू ने द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया। पुरुष वर्ग में विक्रम सिंह पहले स्थान पर रहे तथा अंकित चौधरी दूसरे और तुषार चौधरी तीसरे स्थान पर रहे। महिला एवं पुरुष वर्ग में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5100 रुपये, दूसरे स्थान में रहने वाले को 3100 रुपये और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 2100 रुपये की राशि और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। नशा तस्करों पर सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत। युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री ने मैराथन में भाग ले रहे युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नूरपुर और पास के क्षेत्रों में आज यह ड्रग्स रूपी दुश्मन बुरी तरह घुसपैठ कर चुका है। इसके विरुद्ध विजय हासिल करने के लिए हमें नशा तस्करों के ऊपर सर्जिकल स्ट्राइक करने की जरूरत है। उन्होंने स्थानीय लोगों और युवाओं से आह्वान किया कि अपने क्षेत्र से ड्रग्स की कुरीति को मिटाने के लिए सभी लोग सरकार और प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से नशे के विरुद्ध लड़ाई को
प्राथमिकता से लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि पंचायतों का विकास तभी होगा जब युवा स्वस्थ और सुरक्षित होगा। इसलिए इस दिशा में कार्य कार्य करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
सहानुभूति पूर्वक हों ड्रग्स छुड़वाने के प्रयास
खेल मंत्री ने कहा कि बहुत बार देखने में आता है कि नशे के चंगुल में फँसे युवा का लोग सामाजिक रूप से बहिष्कार करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि इससे कईं बार उसमें अपने प्रति हीन भावना इतनी प्रबल हो जाती है कि वे चाह कर भी नशे को छोड़ नहीं पाता। उन्होंने कहा कि नशे में फँसे व्यक्ति को हमें एक रोगी के रूप में देखना चाहिए और हर संभव तरीके से उसके उपचार का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उससे घृणा करने की बजाए सामाजिक तौर पर उसे नशे से बाहर निकालने में मदद करनी चाहिए।
नूरपुर में स्टेट ऑफ द आर्ट नशा मुक्ति केंद्र जरूरी
युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नूरपुर और उससे साथ लगते क्षेत्र में जिस प्रकार ड्रग्स की चपेट में युवा आ रहे हैं, उससे निपटने के लिए कारगर कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नूरपुर में एक स्टेट ऑफ द आर्ट नशा मुक्ति केंद्र की सख़्त जरूरत आज महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष इस विषय को पूरी गंभीरता से रखेंगे और नूरपुर में एक अत्याधुनिक नशा मुक्ति केंद्र के निर्माण के लिए प्रयास करेंगे
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष विशाल चम्बियाल, पूर्व विधायक अजय महाजन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष करण पठानिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मिंटू, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग अनीता वैद्य, एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह, डीएसपी विशाल वर्मा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और युवा खिलाड़ी उपस्थित रहे।
2.नूरपुर में जल्द पूर्ण होगा सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य : विक्रमादित्य सिंह
खेल मंत्री ने किया निर्माण कार्य का निरीक्षण
बोले, संचालन के लिए विकसित होगा आत्मनिर्भर मॉडल। नूरपुर, 29 नवंबर। खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज इंडोर स्टेडियम नूरपुर में निर्माणाधीन एथलेटिक ट्रैक का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य की प्रगति का ब्योरा लेते हुए, इसे समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस अवसर पर इंडोर स्टेडियम नूरपुर में सीएसआर के तहत प्राप्त हुए टेबल टेनिस के तीन टेबल को क्षेत्र के युवाओं को समर्पित किया। उन्होंने इंडोर स्टेडियम नूरपुर में जिम के निर्माण के लिए 4 लाख रुपये स्वीकृत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं लिए यहाँ बेहतर खेल इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं, जिससे युवाओं की खेलों के प्रति रुचि बढ़े और वह असामाजिक गतिविधियों से दूर रहें। राज्य में होंगे 40 कोच भर्ती। खेल मंत्री ने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा प्रदेश भर में करीब 40 नये कोच भर्ती किए जाएँगे तथा प्रदेश भर में विभिन्न खेल केंद्रों में इन कोचों की तैनाती की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विभिन्न खेलों से संबंधित 40 कोच की भर्ती प्रक्रिया चल रही है तथा इसे जल्द ही पूर्ण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए आने वाले समय में सरकार द्वारा खेल विभाग में सभी जरूरी व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाया जाएगा।आत्मनिर्भर मॉडल होगा विकसित। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नूरपुर इंडोर स्टेडियम में व्यवस्थाओं के संचालन के लिए एक आत्मनिर्भर मॉडल विकसित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यहाँ बन रहे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से जो आमदनी होगी उससे खेल परिसर की गतिविधियों और व्यवस्थाओं को चलाने में सहायता होगी। उन्होंने कहा कि इससे जहां यह स्थान आत्मनिर्भर बनेगा, वहीं गतिविधियों के संचालन के लिए किसी का मुँह नहीं देखना पड़ेगा। अतिरिक्त बजट करवायेंगे उपलब्ध। खेल मंत्री ने कहा कि स्टेडियम के निर्माण के लिए यदि और अधिक धन की आवश्यकता हुई तो आगामी वर्ष में इसके लिए अतिरिक्त बजट उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एथलेटिक ट्रैक अगले वर्ष तक बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे क्षेत्र के युवाओं को खेलों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान उपलब्ध होगा।