Ptana: राष्ट्रीय जनता दल (RJD ) बिहार के प्रदेश की कमान जब से पार्टी के कद्दावर नेता जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के हाथ में आयी है, तब से आरजेडी लगातार बदलाव के दौर से गुजर रही है. आरजेडी में लगातार होने वाला क्रांतिकारी बदलाव लालू (Lalu Yadav) परिवार में विवाद की बड़ी वजह भी बन चुकी है लेकिन उस विवाद को दरकिनार कर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक और बदलाव कर दिया है. पार्टी दफ्तर के मुख्य भवन में बिना अनुमति प्रवेश वर्जित कर दिया गया है.
ये है आरजेडी का नया नियम
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस नियम को हाल ही में लागू किया है. उनके द्वारा बनाए गए नियम की चर्चा अब जोरों पर है. अब सवाल ये उठाए जा रहे हैं कि आखिर ऐसे बदलाव का क्या मतलब जब पार्टी का साधारण कार्यकर्ता ही पार्टी ऑफिस नहीं जा सकता. ऐसे में नेताओं को एंट्री नहीं मिली तो फिर काम कैसे हो पाएगा.
गाड़ियों का पार्टी दफ्तर में प्रवेश वर्जित
बता दें कि आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष बनते ही जगदानंद सिंह ने आरजेडी की सूरत और सीरत दोनों बदलने की कवायद तेज कर दी थी. पार्टी दफ्तर का पहले लुक बदला गया फिर पार्टी दफ्तर में प्रवेश को लेकर कई गाईडलाईन भी तय कर दिए गये. अब पार्टी दफ्तर में गाड़ियों के प्रवेश को लेकर भी नियम बनाया गया.
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अब आम कार्यकर्ता या फिर नेता सीधे गाड़ी को लेकर आरजेडी दफ्तर नहीं जा सकते हैं. पार्टी ऑफिस के मुख्य द्वार को लोहे की चेन से बांध दिया गया. ये चेन तभी खुलता है जब तेजस्वी या तेजप्रताप पार्टी ऑफिस पहुंचते हैं लेकिन अब एक नयी तस्वीर आरजेडी ऑफिस से निकलकर सामने आ रही है.
बिना इजाजत पार्टी मुख्य भवन में नेता कार्यकर्ता का प्रवेश बंद
इधर, आरजेडी दफ्तर में हुए नए बदलाव के मुताबिक अब बिना इजाजत दफ्तर के मुख्य भवन में किसी भी नेता कार्यकर्ता का प्रवेश संभव नहीं है. मुख्य भवन का दरवाजा बंद कर दिया गया है. बंद दरवाजे की निगरानी के लिए बजाप्ता जगदानंद सिंह ने अपना एक दूत भी बिठा दिया है. कोई भी नेता या कार्यकर्ता तभी मुख्य भवन में प्रवेश कर सकता है, जब अध्यक्ष या किसी बड़े नेता का निर्देश प्राप्त हो.
पार्टी के भविष्य की रणनीति को लेकर विशेष बैठक
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि आजकल पार्टी के भविष्य की रणनीति को लेकर विशेष बैठकें आयोजित की जा रही है. बेवजह पार्टी दफ्तर में भीड इकट्ठा न हो इस ख्याल से ऐसा किया गया है. पार्टी का काम बेहतर तरीके से चले इसमें कार्यकर्ता और नेता दोनों को सहयोग करना पड़ेगा.
जगदानंद की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं तेजप्रताप
गौरतलब है कि तेजप्रताप यादव प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की नीतियों को लेकर काफी विरोध करते रहे हैं. पार्टी दफ्तर के मेन गेट को लोहे की चेन से बंद करने का विरोध तेजप्रताप ने भरे मंच से कई बार किया है. बीते दिनों उन्होंने तो जगदानंद सिंह के फैसलों को लेकर हिटलर तक की संज्ञा ने नवाज दिया था लेकिन उसके बावजूद तेजप्रताप यादव अध्यक्ष जगदानंद सिंह के फैसले को बदलने में कामयाब नहीं हो सके.
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आज भी आरजेडी का मेन गेट लोहे की चेन से ही बांधा रहता है लेकिन अब मेन गेट की बात तो दूर अब पार्टी दफ्तर के मुख्य भवन का द्वार भी बंद कर दिया गया है. ऐसे में इस फैसले पर तेजप्रताप यादव का अगला स्टेप क्या होगा देखना दिलचस्प होगा.