सबकी खबर , पैनी नज़र

राष्ट्रीय दिनांक ???????? शुक्र वार ???????? आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक INC 02 पौष 1944

???????? आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 23 दिसंबर 2022 ???????? इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब INC 02 PAUS 1944 हिंदी में चेक भरना हो तब
राष्ट्रीय सौर 02 पौष 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए???? इंडियन नेशनल कैलेंडर का यह महत्त्व है कि आज से पौष मास आरंभ हो रहा है आज से उत्तरायण शुरू हुआ है । आज सबसे बड़ी रात है आज से बड़े दिन शुरू होने आरंभ हो जाएंगे भारतीय संविधान निर्माता कितने दूर दृष्टि बुद्धिमान थे कि उन्होंने इस दिनांक को दुनिया की सर्वोत्तम दिनांक को भारतीय राष्ट्रीय दिनांक के रूप में चयन किया ???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 02 पौष 1944 (5124)???? ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 पौष मासे (वैदिक नाम सहस्य मासे) दिनांक 02 शुक्र वार वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत प्रतिदिन की पूजा में तिथि नक्षत्र बोलने की आवश्यकता नहीं क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है???? राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2079
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
???? श्री राम संवत्(सन्) 880165
???? सृष्टि संवत् 1955885123???? संवत्सर नल ???? दक्षिणायन
???? ऋतु शिशिर
???? यजुर्वेद के अनुसार इस महीने का नाम सहस्य मास है
???? प्रकृति ब सौर अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार इस महीने का नाम =पौष मास (सहस्य मास) (इससे अंतरिक्ष विज्ञान, ऋतुओं, दिनांक तारीख Dates, नववर्ष का निर्धारण होता है)
???? सूर्य संक्रांति के अनुसार इस महीने का नाम = पौष (इससे त्योहार पर्व विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, आदि के मुहूर्त )
???? चन्द्र के अनुसार महीने का नाम = पौष (इसके अनुसार समुद्री यात्राएं ब व्रत उद्यापन का निर्णय होता है)
???? पक्ष कृष्ण
???? तिथि अमावस्या
???? नक्षत्र मूला
???? दिनमान 25 घटी 25 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 7:15 सूर्य अस्त 5:25
???? धनु राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 08
???? दिशाशूल पश्चिम (यदि यात्रा आवश्यक हो तो दूध या दही खाकर घर से निकले)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:59 to 12:40
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 11:02 am से 12:19 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।???? अमावस्या, श्रद्धानंद बलिदान दिवस, किसान दिवस, 23 दिसंबर शुक्रवार
???? राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसंबर शनिवार
???? श्री यतीन्द्रसूरीश्वर पण्य: त्रिस्तुतिजैन , तुलसी पूजन दिवस 25 दिसंबर रविवार
???? गंडमूल 22 दिसंबर प्रातः 6:32 am से 24 दिसंबर रात्रि 1:12am तक
???? पंचक 27 दिसंबर 3:30 am से 31 दिसंबर 11:46 am तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 26 दिसंबर 7:16 am से 4:40 pm का
???? सर्वार्थसिद्धि योग 25 दिसम्वर 07:16 am 7:20 pm से तक
???? अमृत सिद्धि योग 30 दिसंबर 11:23 am से 31 दिसंबर 7:18 am तक???? रवि पुष्य योग 8 जनवरी 7:19 am से 9 जनवरी 6:04 am तक
???? द्विपुष्कर योग 14 जनवरी 6:13 pm से 7:22 pm तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 24 दिसंबर 10:14 pm से 25 दिसंबर 8:24 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
???? ज्वालामुखी योग 23 दिसंबर शाम 3:40 pm से 24 दिसंबर 1:12 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)