बाल प्रत्याशी विधायकों के सवालों का जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री ने किया वादा…
जयपुर ( हिमदेव न्यूज़ ) 13 मई, 2023: हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने शनिवार को बाल विधानसभा प्रत्याशियों” से 2 घंटे संवाद किया. पंचायती राज व्यवस्था में बच्चों की सहभागिता से लेकर ग्राम पंचायत के विकास पर हुई गहन चर्चा में 200 “बाल दावेदारों ने भाग लिया. इस संवाद सत्र का आयोजन बच्चों की सरकार कैसी हो? अभियान के तहत किया गया था.सत्र की शुरुआत में हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री श्री अनिरुद्ध सिंह ने बच्चों के साथ अपना राजनीतिक सफ़र साझा किया और बताया कि कैसे वह राजनीति में आये. इसके बाद बच्चों के सवालों का सिलसिला शुरू हुआ जो दो घंटे से भी ज्यादा चला. गूगल मीट पर हुआ यह सत्र डिजिटल बाल मेला के सोशल मीडिया हैंडल्स लाइव किया गया. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के 10,000 से ज्यादा बच्चे इन विशेष सत्रों से जुड़ चुके है.सत्र में बच्चों द्वारा पूछे गए सवाल-
सवाल- अजमेर के अच्युतम तिवारी ने सवाल करते हुए पूछा कि पंचायती राज स्तर पर भ्रष्टाचार रोकने हेतु सरकार द्वारा क्या कदम उठाये गए है और साथ ही में आम नागरिक इन भ्रष्टाचारों पर कैसे आवाज़ उठा सकता है?
जवाब- इसका जवाब देते हुए माननीय मंत्री ने बताया कि पंचायती राज व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए सरकार जिओ टैगिंग, ऑनलाइन कार्यप्रणाली, और ऑनलाइन उपस्थिति का प्रयोजन लायी है, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे कार्यों पर नज़र रखी जा सके. इसके साथ उन्होंने बताया कि आर.टी.आई के माध्यम से नागरिक अपने क्षेत्र में हो रहे कार्यों की जानकारी हासिल कर सकता है और कार्य मात्र पेपर पर होने पर अदालत या अधिकारिक विभाग में शिकायत कर सकता है. सवाल- हिमाचल प्रदेश की निवासी निवेदिता जस्टा ने पूछा कि पंचायत राज व्यवस्था में विकास दर कम होने की वजह क्या है?
जवाब- इसका जवाब देते हुए पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि किसी भी ग्राम पंचायत के विकास हेतु सरपंच/प्रधान ज़िम्मेदार होता है. ऐसे में अगर आपके ग्राम में विकास नहीं हो रहा है तो आपको अपने सरपंच पर सवाल खड़े करने चाहिए और कार्य न होने पर चुनावों में सही सरपंच प्रत्याशी को जिताना चाहिए. गौरतलब है कि इस सत्र का “लीडर” अजमेर के अच्युतम तिवारी को चुना गया जिन्होंने अपने प्रश्न से कैबिनेट मंत्री को प्रभावित किया. इतना ही नहीं इस सत्र में महिला सहभागिता पर भी सवाल खड़े हुए, जिनके जवाब में मंत्री जी ने बताया की पंचायती राज चुनावों में महिला सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु 50 प्रतिशत सीट रिज़र्व रखी गई है. बच्चों ने बाल सहभागिता के मुद्दें पर भी सवाल पूछे, इसका जवाब देते हुए विधायक अनिरुद्ध सिंह ने बच्चों से बाल सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु कदम उठाने का वादा किया. डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जान्हवी शर्मा ने इस सत्र को होस्ट किया और बताया कि एल.आई.सी द्वारा प्रायोजित बच्चों की सरकार कैसी हो? अभियान के तहत 12 जून को शिमला “विधानसभा बाल सत्र” का आयोजन किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग के तत्वाधान में हो रहे इस अभियान के तहत आयोजित विशेष “बाल सत्र” का आयोजन एच.पी विधानसभा स्पीकर श्री कुलदीप सिंह पठानिया और मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की उपस्थिति में होगा। इन बाल सत्रों में अब तक लाहौल स्पिति विधायक रवि कुमार, झंडूता विधायक जीतराम कटवाल, “द स्टेट्समैन” के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक आदित्य कांत शर्मा, हिमाचल की प्रमुख थिएटर आर्टिस्ट अमला राय, जसवां-परागपुर विधायक बिक्रम सिंह, द सिटीजन के एसोसिएट एडीटर राजीव खन्ना एवं कुल्लू उपायुक्त आशुतोष गर्ग जुड़ चुके है. आने वाले दिनों में विधायक इन्दर सिंह गाँधी, विधायक दीप राज कपूर और गायक गोपाल शर्मा सहित सांसद, मंत्री और विधायक बच्चों से संवाद करेंगे.