???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 02 पौष 1945
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 23 दिसंबर 2023
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब INC 02 PAUS 1945 हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर 02 पौष 1945 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 02 पौष (सहस्य) 1945 (5125)
???????? पौष मास (सहस्य मास) दिनांक 01 अर्थात (22 दिसंबर) रात्रि 12:00 am बजे से ही उत्तरायण आरंभ हो जाता है और सूर्य उत्तर की तरफ को खिसकना आरंभ होता है और दिन बड़े होने आरंभ हो जाते है। इस दक्षिण नाभि की संक्रांति से उत्तर नाभि की ओर गति का आरंभ होना और पृथ्वी का उत्तर नाभि तक पहुंचना ही उत्तरायण कहलाता है। ऐसा यजुर्वेद माध्यनिदन संहिता 14/27 में निर्देश है।
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5125, वैदिक मासे सहस्य मासे, राष्ट्रीय दिनांक पौष 02, अग्रहायण (मार्गशीर्ष) शुक्ल एकादशयाम् / द्वादशयां तिथौ, शनि वासरे, …. देहली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1945
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5125
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? उत्तरायण
???? ऋतु शिशिर
???? वेदों के अनुसार सहस्य मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार पौष मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास अग्रहायण / मार्गशीर्ष पक्ष शुक्ल
???? तिथि एकादशी तिथि क्षय है , सुबह से ही द्वादशी तिथि है परंतु वैष्णव एकादशी का व्रत आज ही है
???? वार शनि वार
???? नक्षत्र भरणी
???? दिनमान 25 घटी 25 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 7:15 सूर्यास्त 5:25
???? धनु राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 08
???? दिशाशूल पूर्व (यदि यात्रा आवश्यक हो तो अदरक या उडद खा कर कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11: 59 to 12:40
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 09:45 am से 11:02 am तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 20 दिसंबर रात्रि 10:57 से 22 दिसंबर रात्रि 9:35 तक
???? पंचक 13 जनवरी रात्रि 11:35 pm से 18 जनवरी प्रातः 3: 33 am तक
???? मोक्षदा एकादशी व्रत वैष्णवानाम(राम कृष्ण विष्णु हनुमान आदि के उपासक) 23 दिसंबर शनिवार
???? प्रदोष व्रत 24 दिसंबर रविवार
???? सत्यनारायण व्रत, पूर्णिमा, श्री दत्तात्रेय जयंती, षोडसी त्रिपुर सुंदरी श्री विद्या जयंती, अन्नपूर्णा जयंती 26 दिसंबर मंगलवार
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 25 दिसंबर प्रातः 7: 16 से 26 दिसंबर प्रातः 7: 16 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 28 दिसंबर प्रातः 7:17 से 29 दिसंबर प्रातः 7:17 तक
???? अमृत सिद्धि योग 25 दिसंबर रात्रि 9:40 से 26 दिसंबर प्रातः 7:16 तक
???? गुरु पुष्य योग 29 दिसंबर 00:04 am से 7:17am तक
???? द्विपुष्करयोग
???? त्रिपुष्कर योग 23 दिसंबर रात्रि 9:18 से 24 दिसंबर प्रातः 6:24 तक
???? ज्वालामुखी योग (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)




