???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 06 कार्तिक 1945
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 28 अक्टूबर 2023
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब INC 06 KRTK 1945 हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर 06 कार्तिक 1945 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 06 कार्तिक (ऊर्ज) 1945 (5125)
???? चंद्र ग्रहण 28 ब 29 अक्टूबर रात 1:05 am से आरंभ होगा ब रात 2:24 am तक ग्रहण रहेगा। ग्रहण का सूतक काल शाम 4:05 से आरंभ होगा। यह समय दिल्ली के आधार पर लिखा गया है दूरस्थ सज्जनों को इसमें थोड़ा कम या अधिक समय पर चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा। यह ग्रहण संपूर्ण भारत के साथ-साथ श्रीलंका नेपाल पाकिस्तान बांग्लादेश भूटान अफगानिस्तान चीन मंगोलिया कजाकिस्तान रूस ईरान इराक सऊदी अरब सूडान तुर्की नाइजीरिया अल्जीरिया दक्षिण अफ्रीका जर्मन पोलैंड यूक्रेन फ्रांस इटली स्पेन ब्रिटेन नॉर्वे स्वीडन समेत पूरा यूरोप थाईलैंड मलेशिया फिलिपींस इंडोनेशिया ऑस्ट्रेलिया जापान कोरिया तथा ब्राजील का पूर्वी भाग इत्यादि देशों में दिखेगा।
परहेज ग्रहण के समय सभी को फिर भी मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं को फल सब्जी वस्त्र आदि काटने निषेध है ग्रहण काल में ईश्वर की आराधना ब दान करना चाहिए । शास्त्रीय मरयादा के अनुसार ग्रहण लगने से पूर्व स्नान करना चाहिए, ग्रहण के समय अपने भगवान का मंत्र जाप करना चाहिए, ब ग्रहण की निवृत्ति के उपरांत पुनः स्नान ब दान आदि करना चाहिए। जिन दुर्जनों को यह लिखा हुआ अंधविश्वास लगे कृपया वे इस लेख को ना पड़े
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5125, वैदिक मासे ऊर्ज मासे, राष्ट्रीय दिनांक कार्तिक 06 , आश्विन शुक्ल पूर्णिमायां तिथौ, शनि वासरे, …. देहली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1945
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5125
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? दक्षिणायन
???? ऋतु शरद
???? वेदों के अनुसार ऊर्ज मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार आश्विन मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास आश्विन पक्ष शुक्ल
???? तिथि पूर्णिमा
???? वार शनि वार
???? नक्षत्र रेवती प्रातः 7:30 तक तद् उपरांत अश्विनी
???? दिनमान 27 घटी 30 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 6:35 सूर्यास्त 5:35
???? तुला राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 12
???? दिशाशूल पूर्व (यदि यात्रा आवश्यक हो तो अदरक या उडद खा कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11: 42 to 12 :27
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 09:17 am से 10:41 am तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 27 अक्टूबर प्रातः 9: 24 से 29 अक्टूबर प्रात 5:55 तक
???? रास पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा, सत्यनारायण व्रत, कोजागिरी व्रत, आकाशदीप दानम, नवीन अन्न भक्षणम्, महर्षि वाल्मीकि जयंती, कार्तिक स्नान प्रारंभ, खंड ग्रास चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर शनिवार ???? पंचक 24 अक्टूबर प्रातः 4:20 से 28 अक्टूबर प्रातः 7:30 तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 01 नवंबर प्रातः 6:37 से 2 नवंबर प्रातः 4:35 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 27 अक्टूबर प्रातः 9:24 से 28 अक्टूबर प्रातः 6:35 तक
???? अमृत सिद्धि योग 27 अक्टूबर प्रातः 9:24 से 28 अक्टूबर प्रातः 6:35 तक
???? द्विपुष्कर योग 28 नवंबर दोपहर 2:05 से 29 नवंबर प्रातः 6:58 तक
???? त्रिपुष्कर योग 4 नवंबर प्रातः 6:40 से 7:57 तक
???? ज्वालामुखी योग (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)





