???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 21 पौष 1945
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 11 जनवरी 2024
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब INC 21 PAUS 1945 हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर 21 पौष 1945 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 21 पौष (सहस्य) 1945 (5125)
???????? बहुत दुख के साथ कहना पड़ता है कि जो लोग ज्योतिष को अथवा धार्मिक मान्यता को नहीं जानते बड़े जोर शोर से अपने लेख में अथवा स्टेज पर खड़े होकर कहते हैं की माघ संक्रांति को उत्तरायण शुरू होता है, जो कि गलत है उत्तरायण ब दक्षिणायन का संबंध ऋतुओं से है अंतरिक्ष विज्ञान से है ना कि सूर्य के राशि परिवर्तन से, उत्तरायण का आरंभ राष्ट्रीय दिनांक पौष मास से आरंभ होता है = अर्थात 22 दिसंबर से
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5125, वैदिक मासे सहस्य मासे, राष्ट्रीय दिनांक पौष 21, पौष कृष्ण अमावस्यायाम् तिथौ, गुरु वासरे, …. देहली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1945
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5125
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? उत्तरायण
???? ऋतु शिशिर
???? वेदों के अनुसार सहस्य मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार पौष मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास पौष पक्ष कृष्ण
???? तिथि अमावस्या
???? वार गुरु वार
???? नक्षत्र पूर्वा षाडा
???? दिनमान 25 घटी 52 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 7:18 सूर्यास्त 5:39
???? धनु राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 27
???? दिशाशूल दक्षिण (यदि यात्रा आवश्यक हो तो दही या जीरा खा कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:08 to 12:49
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 1:47 pm से 03:05 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 8 जनवरी रात्रि 10:00 बजे से 10 जनवरी शाम 7:40 तक
???? पंचक 13 जनवरी रात्रि 11:35 pm से 18 जनवरी प्रातः 3: 33 am
???? अमावस्या 11 जनवरी गुरुवार
???? श्री विवेकानंद जयंती 12 जनवरी शुक्रवार
???? लोहड़ी पर्व 13 जनवरी शनिवार
???? मकर संक्रांति, पोंगल पर्व, माघ बिहू, गंगासागर यात्रा आरंभ, खिचड़ी महोत्सव गोरखपुर, जल्लीकट्टू तमिलनाडु 14 जनवरी रविवार
???? त्रिस्तुति जैन, गुरु गोविंद सिंह जयंती 17 जनवरी बुधवार
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 12 जनवरी शाम 3:17 से 13 जनवरी दोपहर 12:50 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 16 जनवरी प्राप्त है 7:18 से 17 जनवरी प्रातः 4:40 तक
???? अमृत सिद्धि योग 21 जनवरी प्रातः 3:08 से 23 जनवरी प्रातः 5:00 बजे तक
???? गुरु पुष्य योग 25 जनवरी प्रातः 8:15 से 26 जनवरी प्रातः 7:16 तक
???? द्विपुष्करयोग 22 जनवरी प्रातः 3:51am से प्रातः 7:18 am तक
???? त्रिपुष्कर योग 11 फरवरी शाम 5:40 से रात्रि 9:10 तक
???? ज्वालामुखी योग 16 फरवरी प्रातः 8:54 से 17 फरवरी प्रातः 8:15 तक ब 17 फरवरी प्रातः 8:45 से 18 फरवरी प्रातः 8:15 तक (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)
[democracy id="1"]