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???????? ???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 01 चैत्र 1946
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 21 मार्च 2024
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब INC 01 CHIR 1946 हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर 01 चैत्र 1946 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 01 चैत्र (मधु)1946 (5126)
???????? 21 मार्च को दिन रात बराबर है । इसी दिन से हमारा राष्ट्रीय नव संवत्(सन्) 1946 चैत्र मास दिनांक 01 आरंभ है। हमें इसका अनुसरण करना चाहिए, ब दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए। प्राचीन वैदिक परंपराओं के अनुसार होली इस नव वर्ष से पूर्व संध्या से अर्धरात्रि तक जलाई जाती थी और इसी दिन नव वर्ष पर रंगों से हर्षोल्लास गाना बजाना आदि किया जाता था। इससे यह सिद्ध होता है कि प्राचीन भारतीय परंपरा में भी दिनांक तारीख date का आरंभ अर्धरात्रि से ही था जबकि तिथियां सूर्य उदय के पश्चात मान्य थी
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत् 5126, वैदिक मासे तपस्य मासे, राष्ट्रीय दिनांक 01 चैत्र , फाल्गुन शुक्ल द्वादशयाम् तिथौ, गुरु वासरे, …. देहली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1946
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5126
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? उत्तरायण
???? ऋतु वसन्त
???? वेदों के अनुसार मधु मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार चैत्र मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास फाल्गुन पक्ष शुक्ल
???? तिथि द्वादशी
???? वार गुरु वार
???? नक्षत्र अश्लेषा
???? दिनमान 30 घटी 00 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 6:28 सूर्यास्त 6: 28
???? मीन राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 08
???? दिशाशूल दक्षिण (यदि यात्रा आवश्यक हो तो जीरा या दही खा कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:04 to 12:53
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 2:00 pm से 3:30 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 20 मार्च रात्रि 10:37 से 22 मार्च प्रातः 4:27 तक
???? पंचक 5 अप्रैल प्रातः 7:09 से 9 अप्रैल प्रातः 7:32 तक
???? गोविंद द्वादशी, मेला खाटू श्याम, कठपुतली दिवस, भारतीय राष्ट्रीय संवैधानिक संवत 1946 प्रारंभ 21 मार्च गुरुवार
???? प्रदोष व्रत 22 मार्च शुक्रवार
???? सत्यनारायण पूर्णिमा व्रत, होलिका दहन, नवान्नेष्टि, अष्ट्राह्निक समाप्त जैन 24 मार्च रविवार
???? चैतन्य महाप्रभु जयंती फाल्गुनी पूर्णिमा छरेंडी धुलैण्डी 25 मार्च सोमवार
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 29 मार्च रात्रि 8:35 से 30 मार्च प्रातः 6:18 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 24 मार्च प्रातः 7:33 से 25 मार्च प्रातः 6:23 तक
???? अमृत सिद्धि योग
???? द्विपुष्कर योग 26 मार्च दोपहर 2:55 से 27 मार्च प्रातः 6:21 तक
???? त्रिपुष्कर योग 26 मार्च 1:23 am से 6:53 am तक
???? ज्वालामुखी योग (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)