???????? आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 16 ज्येष्ठ 1945 ???????? आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 06 जून 2023 ???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब INC 16 JYST 1945 हिंदी में चेक भरना हो तब राष्ट्रीय सौर 16 ज्येष्ठ 1945 इस प्रकार लिखना चाहिए। ???????? अन्तरिक्ष विज्ञान की विश्व की सबसे उत्तम गणना भारतीय वेद पुराणों में है,यह विद्या हमारे शिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल नहीं होने से हमारा वुद्धिजीवी समाज भी इस से अनभिज्ञ रह गया है ???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 16 ज्येष्ठ 1945 (5125)???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5125 (वैदिक नाम शुक्र मासे) दिनांक ज्येष्ठ 16 मंगल वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजा अहम् करिष्यामी इस प्रकार संकल्प पढ़ने से हमारा संबंध 01 अरब 95 करोड 58 लाखवर्ष पहले के हमारे आदिगुरु से हो जाता है । संकल्प में तिथि नक्षत्र आदि कहना कर्मकांड की भाषा है, हम जनसाधारण तिथि नक्षत्र के बिना भी संकल्प कर सकते हैं।
???????? राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1945
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5125
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? उत्तरायण
???? ऋतु ग्रीष्म
???? वेदों के अनुसार शुक्र मास है
???? चन्द्र के अनुसार महीना आषाढ़ पक्ष कृष्ण
???? तिथि द्वितीय क्षय= तृतीया
???? वार मंगल वार
???? नक्षत्र पूर्वा षाडा
???? दिनमान 34 घटी 20 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 5:28 सूर्य अस्त 7:12
???? वृष राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 23
???? दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड़ खा कर घर से निकले) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:51 to 12:47
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 03:48 pm से 05:32 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? चतुर्थी व्रत चंद्र उदय रात्रि 10:51 पर 7 जून बुधवार
???? कालाष्टमी व्रत 10 जून शनिवार
???? योगिनी एकादशी व्रत 14 जून बुधवार
???? प्रदोष व्रत ब संक्रांति 15 जून गुरुवार
???? मासिक शिवरात्रि 16 जून शुक्रवार
???? गंडमूल 4 जून 5:02 am से 6 जून 1:22 am तक
???? पंचक 9 जून प्रातः 6:03 से 13 जून दोपहर 1:31 तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 5 जून 3:22 am से 5:28 am तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 11 जून दोपहर 2:31 से 12 जून प्रातः 5:27 तक
???? अमृत सिद्धि योग 13 जून दोपहर 1:31 से 14 जून प्रातः 5:27 तक
???? द्विपुष्कर योग 25 जुलाई प्रातः 5:42 से शाम 3:08 तक(इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 20 जून प्रातः 5:27 से दोपहर 1:07 तक
???? ज्वालामुखी योग 5 जून 3:22 am से 6:39 am तक (इस योग में कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए)