???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 14 अग्रहायण 1945
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 05 दिसंबर 2023
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब INC 14 AGHN 1945 हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर 14 अग्रहायण 1945 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 14 अग्रहायण (सह) 1945 (5125)
???????? प्राचीन भारत में सूर्य आधारित दिन दर्शिका ( कैलेंडर) का ही चलन था हमारा देश सालों साल गुलाम रहा और हम सौर कैलेंडर को भूल गए। वैदिक परंपरा में पूजा पाठ करने वाले विद्वानों ने चंद्र पंचांग के चलन को अपने पूजा पाठ में रखा इसलिए हम कर्मकांड करने वाले उसे समूह के ऋणी है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी प्राचीन सभ्यता को जीवित रखा। हम उनका धन्यवाद करते हैं
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं बह संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5125, वैदिक मासे सह मासे, राष्ट्रीय दिनांक अग्रहायण / मार्गशीर्ष 14, अग्रहायण (मार्गशीर्ष) कृष्ण अष्टमयां तिथौ, मंगल वासरे, …. देहली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1945
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2080
???? महावीर जैन सम्वत् 2549
???? बौद्ध संवत् 2563
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5125
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5250
???? श्री राम संवत्(सन्) 880166
???? सृष्टि संवत् 1955885125
???? संवत्सर पिंगल
???? दक्षिणायन
???? ऋतु हेमन्त
???? वेदों के अनुसार सह मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार अग्रहायण मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास अग्रहायण / मार्गशीर्ष पक्ष कृष्ण
???? तिथि अष्टमी
???? वार मंगल वार
???? नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी
???? दिनमान 25 घटी 42 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 7:03 सूर्यास्त 5:20
???? वृश्चिक राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 20
???? दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड़ खा कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11: 50 to 12:32
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 02:47 am से 04:04 am तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 2 दिसंबर शाम 6:53 pm से 5 दिसंबर रात्रि 00:34 am तक
???? पंचक 17 दिसंबर शाम 3:44 से 21 दिसंबर रात्रि 10:08 तक
???? महाकाल भैरव अष्टमी 5 दिसंबर मंगलवार
???? श्री महावीर स्वामी दीक्षा कल्याण अंक 7 दिसंबर गुरुवार
???? उत्पत्ति एकादशी व्रत 8 दिसंबर शुक्रवार
???? प्रदोष व्रत 10 दिसंबर रविवार
???? मासिक शिवरात्रि 11 दिसंबर सोमवार
???? भौमवारी अमावस्या 12 दिसंबर मंगलवार
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 9 दिसंबर दोपहर 10:42 से 10 दिसंबर प्रातः 7:07 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 11 दिसंबर दोपहर 12:13 से 12 दिसंबर प्रातः 7:08 तक
???? अमृत सिद्धि योग
???? द्विपुष्कर योग 9 दिसंबर प्रातः 7:06 से प्रातः 10:42 तक
???? त्रिपुष्कर योग 19 दिसंबर प्रातः 7:13 से दोपहर 1:06 तक
???? ज्वालामुखी योग 13 दिसंबर दोपहर 11:04 से 14 दिसंबर प्रातः 3:09 तक (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)