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ठंड के मौसम से आकर
गर्मी से राहत देने आया हूं
बादल हूं मैं पहाड़ों का
बारिश की बूंदें लाया हूं
जहां बदलता है पल भर में मौसम
मैं उस शिमला से आया हूं
है जिसका गर्मी से कोई सरोकार नहीं
उसका पैगाम लेकर आया हूं
लेकर दिल में प्यार की शीतलता
यहां की गर्मी मिटाने आया हूं
आपका आशीर्वाद पाने दोस्तों
पहाड़ों की रानी शिमला से आया हूं
मां तारा और जाखू से बजरंग बली
का आशीर्वाद लेकर आया हूं
मां काली और ढिंगू माता
का भी प्रसाद लेकर आया हूं
होता है हर पहाड़ी के शिखर पर
देवताओं का वास जहां
उस देवस्थली शिमला से आया हूं
आकर मिलता है सबको सुकून जहां
उस जन्नत का अहसास लेकर आया हूं
आओगे तो लौटने का मन नहीं करेगा
मैं उस रमणीक धरा की छाया हूं
देखकर हो जाते हैं सब भाव विभोर जिसे
उस पहाड़ों की रानी शिमला से आया हूं
है जो ताज़गी हवाओं में यहां
उसको अपने संग लेकर मैं आया हूं
है निर्मलता शीतल जल में यहां
उस शीतलता को लेकर आया हूं
भोले-भाले लोगों की जन्मस्थली
पहाड़ों की रानी शिमला से आया हूं
हो बारिश का मौसम तो
रूमानियत बढ़ जाती है जहां
बर्फ के मौसम में भी तो
दिलों की धड़कनें बढ़ जाती है यहां
है धरती पर छोटा सा स्वर्ग जो
उस पहाड़ों की रानी शिमला से आया हूं।