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November 28, 2025 3:28 pm

शूलिनी विश्वविद्यालय ने जागरूकता अभियान और लॉ फेस्ट के साथ संविधान दिवस मनाया

सोलन, 28 नवंबर, शूलिनी विश्वविद्यालय के विधि विज्ञान संकाय ने छात्रों में संवैधानिक मूल्यों और कानूनी साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक और जागरूकता गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ संविधान दिवस  मनाया। समारोह में एक वाद-विवाद प्रतियोगिता, एक पोस्टर-निर्माण प्रतियोगिता और विश्वविद्यालय परिसर में एक जागरूकता परेड का आयोजन शामिल था।

हिमाचल प्रदेश की पुलिस महानिरीक्षक (अपराध) बिंदु रानी ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने संविधान दिवस समारोह को संबोधित किया और लॉ फेस्ट 4.0 के समापन समारोह की अध्यक्षता भी की, जहाँ उन्होंनेकुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला, नवाचार एवं विपणन अध्यक्ष प्रो. आशीष खोसला, संकाय सदस्यों और छात्रों के साथ बातचीत की।
अपने गहन और प्रभावशाली संबोधन में, आईजी बिंदु रानी ने छात्रों को संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने और एक जिम्मेदार नागरिक व भावी कानूनी पेशेवर के रूप में समाज में सार्थक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने युवाओं में चिट्टा (हेरोइन) के बढ़ते सेवन की समस्या पर भी कड़ा संदेश दिया और इसके गंभीर शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक परिणामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों से सतर्क, जागरूक और अपने समुदायों में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया।कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने कहा, शूलिनी विश्वविद्यालय जिम्मेदार और जागरूक नागरिकों के पोषण के लिए प्रतिबद्ध है। संविधान दिवस और लॉ फेस्ट 4.0 जैसी पहल संवैधानिक जागरूकता को मजबूत करती हैं और भविष्य के लिए तैयार कानूनी पेशेवरों को आकार देने में मदद करती हैं जो समाज में सार्थक योगदान देंगे।
विभिन्न कार्यक्रमों के छात्रों ने संविधान, अधिकार, कर्तव्यों और समकालीन कानूनी मुद्दों से संबंधित विषयों पर बोलते हुए वाद-विवाद प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। लक्ष्मी वसुंधरा ने अपनी स्पष्ट और तर्कसंगत दलीलों के लिए प्रतियोगिता जीती। पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता में, डॉटर ने संवैधानिक और नशा-विरोधी जागरूकता विषयों के रचनात्मक और प्रभावशाली चित्रण के लिए प्रथम स्थान प्राप्त किया।जागरूकता परेड का कुशलतापूर्वक समन्वय विनीत कुमार और एडवोकेट राजीव चौहान ने किया, जहाँ छात्रों ने संवैधानिक महत्व और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम पर संदेश और तख्तियाँ ले रखी थीं। प्रतियोगिताओं के लिए, सह-संयोजकों, मेघना ठाकुर,  सौम्या शर्मा और  पलक शर्मा ने संकाय समन्वयकों  युगशा और  निधि सिंह के साथ मिलकर सुचारू आयोजन और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की। संविधान दिवस की गतिविधियों और लॉ फेस्ट 4.0 के समापन सत्र में 150 से अधिक कानून के छात्रों ने भाग लिया।
लॉ फेस्ट 4.0 का आयोजन 24 से 26 नवंबर 2025 तक किया गया, जिसमें कानूनी कौशल और व्यावहारिक ज्ञान को मज़बूत करने के लिए ऑफ़लाइन और ऑनलाइनप्रतियोगिताओं का मिश्रण प्रस्तुत किया गया। ऑफ़लाइन कार्यक्रमों में मूट कोर्ट और क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन शामिल थे, जबकि ऑनलाइन कार्यक्रमों में जनहित याचिका प्रारूपण, केस विश्लेषण और विधायी समीक्षा शामिल थी, जिसमें विभिन्न संस्थानों की 30 से अधिक टीमों ने भाग लिया।
इस उत्सव का आयोजन सेंटर फॉर क्लिनिकल लीगल एजुकेशन (सीसीएलई) द्वारा निदेशक डॉ. रेणु पाल सूद के नेतृत्व में किया गया था, जिन्होंने योजना और समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सह-संयोजक  विनीत कुमार और एडवोकेट राजीव चौहान ने भी आयोजन के सफल संचालन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।
समारोह का समापन परिसर में सूचनात्मक स्टॉलों के साथ हुआ, जहाँ छात्रों को संवैधानिक प्रावधानों, कानूनी अधिकारों और नशा-विरोधी जागरूकता पर सामग्री प्रदान की गई।
विधि विज्ञान संकाय के एसोसिएट डीन, प्रोफेसर नंदन शर्मा ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिएमुख्य अतिथि, प्रशासन, संकाय समन्वयकों, संयोजकों और छात्र स्वयंसेवकों के प्रति आभार व्यक्त किया। विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों में कानूनी कौशल, नैतिक जिम्मेदारी और नागरिक चेतना को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।