Patna: साल 2021 में कोरोना ने बिहार सहित दूसरे राज्यों में जमकर कहर बरपाया. सरकार के दावे के बावजूद हकीकत ये थी कि कोरोना मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ा था. स्थिति इतनी भयावह हो गई थी कि श्मशान घाटों में शव जलाने के लिए 24 घंटे से अधिक का इंतजार करना पड़ रहा था.
बिहार भी इन घटनाओं से अछूता नहीं था. चूंकि कोरोना के खिलाफ जंग में लड़ाई का सबसे कारगर हथियार टीकाकरण ही है, लिहाजा बिहार सरकार ने टीकाकरण को मिशन मोड में शुरू करने का फैसला किया. तय किया गया कि जुलाई से लेकर दिसंबर तक 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
अब इस अभियान का असर भी दिखने लगा है. पूरे बिहार में धड़ल्ले से टीका लगाया जा रहा है. कुछ टीकाकरण केंद्रों पर कम तो कुछ पर जबरदस्त भीड़ है. दरअसल, बिहार में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत जनवरी महीने में ही हो गई. लेकिन कभी वैक्सीन की कमी तो कभी टीकाकरण केंद्रों पर अव्यवस्था जैसी खबरें आती रहीं. लेकिन ये चीजें पुरानी हो गई.
ये भी पढ़ें-रिकार्ड टीकाकरण पर तेजस्वी यादव ने उठाए सवाल, BJP ने दिमागी कसरत करने की दी सलाह
मिशन मोड पर शुरू किया टीकाकरण
वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने जुलाई में कोरोना टीकाकरण को मिशन मोड पर शुरू करने का फैसला किया था. तय किया गया कि छह महीने में छह करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, सिर्फ 18 सितंबर तक ही सूबे में 4 करोड़ 95 लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है.
‘कर दिखाएगा बिहार’
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के मुताबिक, समय से पहले बिहार में टीकाकरण का लक्ष्य पूरा होगा. हमारी लाइन है ‘कर दिखाएगा बिहार’, अब हम कह सकते हैं कि बिहार ने कर दिखाया.
एक नजर बिहार में टीकाकरण की स्थिति पर-
- 19 सितंबर तक कुल वैक्सीनेशन
- 4 करोड़ 99 लाख 33 हजार 675
- पहला डोज 4 करोड़ 6 लाख 57 हजार 341
- दूसरा डोज 92 लाख 76 हजार 334
- 18 सितंबर तक कुल वैक्सीनेशन
- 4 करोड़ 94 लाख 12 हजार 628
17 सितंबर को राजधानी पटना में लगे वैक्सीन की स्थिति (सिर्फ राजधानी पटना)
- पहला डोज 52 हजार 942
- दूसरा डोज 53 हजार 315
- कुल 1 लाख 6 हजार 257
- 17 सितंबर तक पटना में 45 लाख 57 हजार 693 लगाए गए
- पहला डोज 31 लाख 12 हजार 407
- दूसरा डोज 14 लाख 45 हजार 280
- इस महीने में 5 करोड़ 50 लाख लोगों को टीका लग जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बताते ने कहा, ‘बिहार के बारे में आम धारणा ये है कि यहां की स्वास्थ्य सेवा काफी लचर है. लेकिन हमने छह करोड़ टीका का लक्ष्य रखा है. 4 करोड़ 96 लाख लोगों को टीका लगा दिया गया है, जिस रफ्तार से हम आगे बढ़ रहे हैं, समय से पहले टीका का लक्ष्य पूरा होगा. ये सही है कि बिहार में स्वास्थ्य सुविधा का अभाव है. लाखों की संख्या में लोग बिहार से बाहर जाते हैं. लेकिन इन सबके बावजूद टीकाकरण में बिहार की सफलता काफी सुकून देने वाली है.
ये भी पढ़ें-PM Modi के बर्थडे पर वैक्सीनेशन महाअभियान रहा सक्सेसफुल! सबसे ज्यादा टीकाकरण के साथ बिहार बना अव्वल
उन्होंने कहा, ’31 दिसंबर तक 6 करोड़ लोगों को टीका देने का लक्ष्य था और अब सितंबर में ही 5 करोड़ 50 लाख लोगों को वैक्सीन लग जाएगी. यानि तयशुदा वक्त से पहले ही वैक्सीन का ये लक्ष्य पूरा हो जाएगा. यानि कर दिखाएगा बिहार की जगह बिहार ने कर दिखाया कहिए.’