भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) की राज्य कमेटी शिमला जिला के रोहड़ू के चिड़गाव तहसील के लिंबडा गांव में एक 12 वर्षीय दलित बच्चे के साथ हुई जातिगत छुआछूत व प्रताड़ना की घटना की कड़ी निंदा करती हैं। उसके पश्चात् उस बच्चे द्वारा उठाए गए कदम से उसकी मृत्यु पर शोक व्यक्त करती है। पार्टी इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है। इस प्रकार के जातिगत छुआछूत के गंभीर मामले को हिमाचल प्रदेश जैसे पढ़े लिखे राज्य मे किसी भी हद तक जायज़ नहीं ठहराया जा सकता है। पार्टी सरकार से मांग करती हैं कि सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करे। पार्टी का एक प्रतिनिमंडल शीघ्र ही परिवार को मिलकर तथ्य की जांच करेगी। यदि सरकार तुरन्त इस अत्यंत गंभीर मुद्दे पर कार्यवाही नहीं करती तो पार्टी इस दलित उत्पीड़न की घटना के विरुद्ध पूरे प्रदेश भर में 6 अक्टूबर में प्रदर्शन करेगी।
ये मृतक बच्चा एक गरीब दलित परिवार से संबंधित है तथा उसको न्याय से वंचित करना हमारे संविधान की सामाजिक न्याय की मूल धारणा के विरुद्ध है। दलित उत्पीड़न पर रोक लगाने व सामाजिक न्याय की व्यवस्था को बनाए रखने का दायित्व सरकार का है। इस तरह की घटनाओं पर रोक के लिए समाज को संवेदनशील बनाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे।
संजय चौहान
राज्य सचिव
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी)




