राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि सच्ची शिक्षा वह है जो विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास करे, उन्हें जीवन में व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करे, और उन्हें समाज के प्रति उत्तरदायी नागरिक बनाए।
राज्यपाल ने बात आज यहां सोलन ज़िले के सलोगड़ा स्थित गण की सेर में माधव सृष्टि बहुआयामी शिक्षण संस्थान के लोकार्पण अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि माधव सृष्टि संस्थान द्वारा निर्मित यह बहुआयामी शिक्षण संस्थान सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय द्वारा आसपास के विद्यार्थियों को सार्थक शिक्षा प्रदान कर स्वस्थ, सशक्त, अनुशासित जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस संस्था में माधव गौशाला का निर्माण कर गौ उत्पादकों के अतिरिक्त औषधियां एवं अन्य कृषि योग्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण केंद्र विकसित किया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह संस्थान विद्यार्थियों को स्वस्थ, सशक्त, और अनुशासित जीवन जीने के लिए प्रेरित करेगा।
राज्यपाल ने कहा कि आज देश को ऐसे ही शिक्षण संस्थानों की आवश्यकता है जो न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें बल्कि उन्हें समाज के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाएँ। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज को बदलने तथा भारतीय परम्पराओं के अनुरूप उत्कृष्ट सांस्कृतिक मूल्यों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी सोच व्यक्ति को महान बनाती है और यह सोच यहां माधव सृष्टि बहुआयामी शिक्षण संस्थान में उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के माध्यम से जो प्रयास किए जा रहे हैं, वे हमारे राष्ट्र की उन्नति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे सकारात्मक प्रयासों का स्वागत किया जाना चाहिए और हम सबको मिलकर इसे सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने माधव योग सभागार में हवन और भूमि पूजन किया।
प्रमुख समाज सेवी डॉ. कृष्ण गोपाल ने इस अवसर पर भारतीय मूल्य परम्परा और विकास के विकेंद्रीकरण विषय पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
योग भारतीय हिमाचल प्रदेश के संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति ने संस्थान की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
हिमाचल शिक्षा समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह कोष्टा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, अन्य भाजपा पदाधिकारी, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।