सत्ता में रहते जय राम ने क्यों नहीं दी पुरानी पैंशन
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक चन्द्रशेखर ने कहा कि भाजपा पुरानी पैंशन के मामले पर कर्मचारी वर्ग को अपना स्टैंड स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि आज जय राम ठाकुर कर्मचारियों के हिमायती बनकर ओपीएस का समर्थन कर रहे हैं जबकि सत्ता में रहते हुए जय राम ठाकुर ने पुरानी पैंशन मांगने पर कर्मचारियों पर लाठी बरसाईं, पानी की बौछारें छोड़ी और उन्हें अपमानित किया गया। जय राम ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते किसी भी कर्मचारी संगठन को वार्ता के लिए नहीं बुलाया, बल्कि उल्टे उन्हें पैंशन पाने के लिए चुनाव लड़ने की चुनौती दी जो उनके अंहकार को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष जय राम ठाकुर सत्ता में रहते हुए अंहकार से भरे हुए थे और आज भी धनबल के अंहकार में हैं। चन्द्रशेखर ने कहा कि धनबल के अंहकार में आकर ही जय राम ठाकुर ने विधानसभा में सीधे-सीधे भगवान को चुनौती दे दी और कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकता। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पर प्रदेश के सभी देवी-देवताओं और जनता का पूरा आशीर्वाद है। सभी के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार अपने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी और 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर सरकार बनायेगी।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का ऑप्रेशन लोट्स पूरी तरह से फेल हो गया है और पैसे के दम पर सरकार बनाने की भाजपा की कोशिशें नाकाम हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चुनाव चिन्हन पर विधानसभा का चुनाव जीते 6 पार्टी के विधायकों ने कांग्रेस पार्टी के साथ विश्वासघात किया और राज्य सभा चुनाव में बिक गए। उन्होंने कहा कि आज बिके हुए दागी नेता किस मुंह से जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे हैंं? इन 6 दागियों ने अपने चुनाव क्षेत्र की जनता का भरोसा भी तोड़ा है और उपचुनाव का अनावश्यक बोझ डाला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता बिकने वालों और खरीदने वालों को चुनाव में कड़ा सबक सिखायेगी और खरीद फरोख्त की राजनीति को करारा जवाब देगी।