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राष्ट्रीय दिनांक ???????? मंगल बार आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय दिनांक तारीख INC 22 भाद्रपद 1944

???????? इसका प्रयोग हमें बैंक के चैक,NEFT, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र पर इस प्रकार लिखना चाहिए???? अंग्रेजी में INC 22 Bhad 1944। हिंदी में राष्ट्रीय सौर 22 भाद्र 1944???????? शरद संपात् दिन रात बराबर 01 अश्विन से (23 सितंबर) यह शरद संपात् 21 मार्च तक रहेगा 22 मार्च को पुनः दिन रात बराबर होते हैं और बसंत संपात् शुरू होता है ब नव वर्ष भी आरंभ होता है । पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती हुई 365 दिन 6 घंटे और 8 मिनट में सूर्या का चक्कर लगाती है जिसे एक सौर वर्ष माना जाता है । कुछ सज्जन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नववर्ष मानते हैं जो गलत है चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से वर्ष चंद्रमा के हिसाब से माना जाता है इससे दिनांक तारीख तय नहीं हो सकती क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी के 12 चक्कर 354 दिन 8 घंटे 8 मिनट में तय करता है जो कि एक वर्ष से लगभग 10 या 11 दिन कम रहता है, चंद्रमा के वर्ष से व्रत उद्यापन त्योहार आदि का निर्णय किया जाता है परंतु दिनांक तारीख dates पृथ्वी और सूर्य से ही तय हो सकती है

???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर इस प्रकार लिखें 22 भाद्रपद 1944 (5124)

???? हिंदू धर्म में कोई भी पूजा अग्नि जल ब संकल्प के बिना अधूरी है- संकल्प कृपया इस प्रकार कहे,,,

???? ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 भाद्रपद मासे (नभस्य) दिनांक 22 मंगल वार वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) अहम् पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत व दैनिक पूजा में तिथि नक्षत्र पक्ष आदि ना ही बोले क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है

???? यदि हमें कोई पूछे कि आप कौन कौन सी भाषा जानते हैं तो (1) संस्कृत (क्योंकि पूजा के समय हम यह संकल्प भी बोलते हैं पूजा के समय कुछ संस्कृत भाषा में मंत्र भी हम बोलते हैं जैसे कि त्वमेव माता च पिता त्वमेव,,,,, इसलिए संस्कृत भाषा हम जानते हैं) (2) हिन्दी (3) प्रादेशिक भाषा (4) अंग्रेजी इत्यादि ।

???? राष्ट्रीय शक संवत् (सन्)1944
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2079
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
???? श्री राम संवत्(सन्) 880165
???? सृष्टि संवत् 1955885123
ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 13 September 2022
???? संवत्सर नल ???? दक्षिणायन
???? ऋतु शरद
???? मास नाम चन्द्र से आश्विन
???? पक्ष कृष्ण
???? वेदों के अनुसार महीने का नाम नभस्य मास
???? तिथि तृतीया
???? नक्षत्र रेवती प्रातः 6:35 तक तदुपरांत अश्विनी
???? दिनमान 30 घटी 41 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 6:09 सूर्य अस्त 6:25
???? सिंह राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 28
???? दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड़ खाकर घर से निकले)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:52 to 12: 41
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 03:23 pm से 04:56 pm ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।

???? मासिक शिवरात्रि 24 सितंबर शनिवार
???? गंडमूल 12 सितंबर प्रातः 6:58 से 14 सितंबर प्रातः 6:56 तक
???? पंचक 9 सितंबर 00:40 am से 13 सितंबर 635 am तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 11 सितंबर प्रातः 8:00 बजे से 12 सितंबर प्रातः 6:08 तक
???? सर्वार्थसिद्धि योग 13 सितंबर प्रातः 6:35 से 14 सितंबर प्रातः 6: 10 मिनट तक
???? अमृत सिद्धि योग 13 सितंबर प्रातः 6:35 से 14 सितंबर प्रातः 6:10 तक
???? सक्रांति 17 सितंबर शनिवार
???? जेठा रविवार 18 सितंबर रविवार
???? अष्टमी 18 सितंबर रविवार
???? इंदिरा एकादशी व्रत 21 सितंबर बुधवार
???? प्रदोष व्रत 23 सितंबर शुक्रवार
???? अमावस्या 25 सितंबर रविवार
???? शरद नवरात्र आरंभ कलश स्थापन, महाराज अग्रसेन 5146 वीं जयंती, 26 सितंबर सोमवार
???? रवि पुष्य योग 11 दिसंबर 8:35 pm से 12 दिसंबर 7:08 am तक
???? द्विपुष्कर योग 17 सितंबर दोपहर 12:20 से दोपहर 2:14 तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 17 अक्टूबर 2:13 am से है 17 अक्टूबर 5:27am तक(इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
???? ज्वालामुखी योग 14 सितंबर प्रातः 10:25 से 15 सितंबर प्रातः 8:05 तक (इस समय किया गया कोई भी कार्य सफल नहीं होता)