मंडी, 08 नवम्बर। शीतजल मात्स्यिकी अनुसंधान निदेशालय, भीमताल उत्तराखंड के सौजन्य से अनुसूचित जाति उप योजना के तहत 7 नवम्बर को बरोट में जिला मंडी के अनुसूचित जाति के ट्राउट मत्स्य कृषकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं फार्म इनपुट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह जानकारी सहायक निदेशक, मत्स्य, मत्स्य मंडल, मंडी नीतू सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान मछली पालकों को रेनबो ट्राउट मछली पालन से जुड़ी विभिन्न बारीकियों जैस ट्राउट फार्म प्रबंधन, मत्स्य आहार, ट्राउट मछली में लगने वाली बीमारियों तथा उनका निदान एवं उपचार इत्यादि के संबंध में जानकारी प्रदान की गई, ताकि मछली पालक कृषक मछली पालन में सफलता के साथ-साथ इसे और अधिक लाभप्रद बनाने में सक्षम हो सकंे।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में डीसीएफआर के विशेषज्ञों वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ0 रेनू जेठी, वैज्ञानिक डॉ. आदिल के साथ-साथ मत्स्य निदेशालय बिलासपुर में कार्यरत उप-निदेशक चंचल ठाकुर, उप-निदेशक, पतलीकूहल अरूणकांत ने भी मछली पालकों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं।
इस अवसर पर प्रत्येक मछली पालक को मछली फार्म में प्रयुक्त होने वाले दस हजार रुपये मूल्य के जरूरी उपकरण निःशुल्क प्रदान किए गए ।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला के अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले 25 प्रगतिशील ट्राउट मछली कृषकों ने भाग लिया।