



मंडी, 14 जुलाई। मंडी जिला के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा राहत व पुनर्वास कार्य तीव्र गति से किए जा रहे हैं, ताकि आम जन-जीवन को शीघ्रातिशीघ्र सामान्य स्थिति में लाया जा सके। यह जानकारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि 30 जून व 01 जुलाई की मध्य रात्रि मंडी जिला के विभिन्न स्थानों पर बादल फटने व भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिस कारण कई क्षेत्रों में जनजीवन काफी प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा तुरन्त त्वरित राहत व बचाव कार्य आरंभ कर दिए गए थे, जो कि निरन्तर जारी है।
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया तथा प्रभावित परिवारों को तात्कालिक राहत स्वरूप सूखा अनाज, पेयजल, तिरपाल, दवाईयां तथा अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध करवा दी गई। उन्होंने बताया कि जो परिवार आपदा से प्रभावित हुए हैं, उनके लिए सुरक्षित स्थानों पर अस्थाई आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं, जहां पर उन्हें भोजन, पेयजल, चिकित्सा सेवाएं एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा 14 जुलाई, 2025 तक प्रभावित क्षेत्रों में 3,657 राशन किट, 6,659 तिरपाल, 1,175 कंबल, 401 गद्दे, 90 हाईजिन किट, 880 पानी की बोतलें, 73 किचन सेट व अन्य जरूरी सामान प्रभावित परिवारों को बांटा जा चुका है। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3 आपातकालीन चिकित्सा किट, 62 बॉक्स विभिन्न दवाईयों व इंजैक्शन के चिकित्सा अधिकारी जंजैहली, बगस्याड व करसोग को भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्य में पुलिस बल, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन दल तथा अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं जिला प्रशासन का सहयोग कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि भारी बरसात और भू-स्खलन के कारण अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में मशीनरी लगाकर युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में जिला मंडी में 158 मार्ग, 88 विद्युत ट्रांसफार्मर तथा 133 पेयजल योजनाएं अभी भी बाधित हैं, जिन्हें सुचारू रूप से बहाल करने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।