सबकी खबर , पैनी नज़र

आज का विचार

जलने और जलाने का बस इतना सा फर्क है। “प्रवीण शर्मा”

फिक्र में होते है तो,खुद जलते हैं……
बेफ़िक्र होते हैं तो दुनिया जलती है!! ???? *सुप्रभात*????