नई दिल्ली: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने बुधवार को भू-समाधि ले ली लेकिन अब तक उनकी मौत की गुत्थी सुलझी नहीं है. इस मामले की जांच पहले SIT को सौंपी गई थी लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से केस की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की गई है
सीबीआई जांच की सिफारिश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की है. हालांकि अब तक इस मामले में महंत के शिष्य आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की गिरफ्तारी हो चुकी है जिनके नाम महंत के कमरे से बरामद हुए सुसाइड नोट में मिले थे.
प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरि जी की दुःखद मृत्यु से जुड़े प्रकरण की मा. मुख्यमंत्री जी के आदेश पर सी.बी.आई. से जाँच कराने की संस्तुति की गई l
— HOME DEPARTMENT UP (@homeupgov) September 22, 2021
ऐसे आगे बढ़ेगा प्रोसेस
यूपी सरकार का गृह विभाग इस केस की सीबीआई से जांच कराने के लिए कार्मिक मंत्रलय को पत्र लिखेगा, कार्मिक मंत्रालय सीबीआई से जांच करने के लिए पूछेगा, जो एक औपचारिकता होती है. इसके बाद कार्मिक मंत्रलय नोटिफिकेशन जारी कर इस केस की जांच करने की सीबीआई से कराने की सिफारिश करेगा. फिर सीबीआई डायरेक्टर इस केस के लिए एक टीम का गठन करेंगे, सबसे पहले सीबीआई यूपी पुलिस की एफआईआर पर अपना एक रेगुलर केस दर्ज करेगी और केस से जुड़े हुए तमाम दस्तावेज अपने हाथ मे लेकर जांच शुरू करेगी.
सीबीआई की जांच की शुरुआत CFSL की टीम करेगी जो घटनास्थल पर जाकर जांच करेगी. इस केस की जांच सीबीआई की लखनऊ ब्रांच करेगी या दिल्ली में सीबीआई डायरेक्टर इस पर फैसला लेंगे.
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महंत नरेंद्र गिरि का शव सोमवार को उनके मठ के कमरे से मिला था. पुलिस के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि ने कथित तौर पर फांसी लगाकर सुसाइड किया है. सोमवार की देर रात अमर गिरि पवन महाराज द्वारा जार्जटाउन थाना में FIR कराई गई जिसमें महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि पर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था.
अब तक तीन लोग गिरफ्तार
महंत नरेंद्र गिरि केस में गिरफ्तार दो आरोपियों आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को बुधवार को अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने इन दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. महंत के कमरे से बरामद कथित सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने लिखा था, ‘मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं, मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी.’
आनंद गिरि, महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं. इस केस में बुधवार शाम को आद्या तिवारी का बेटा संदीप तिवारी भी गिरफ्तार हुआ है.