नई दिल्ली: दुनिया का सबसे बड़ा विज्ञापन समूह डब्ल्यूपीपी पीएलसी (WPP-PLC), अमेरिकी बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (US SEC) को कानूनी विवादों का निपटारा करने के एवज में 1.9 करोड़ डॉलर का भुगतान करेगा. इन मामलों में ग्रुप की सहयोगी कंपनी द्वारा विज्ञापन कॉन्ट्रैक्ट के एवज में भारत सरकार (Government Of India) के अधिकारियों को घूस (Bribery) देने का केस भी शामिल है.
नियम तोड़ने पर लगता है भारी जुर्माना
मल्टी नेशनल कंपनी दुनियाभर के नियमो के उल्लंघन और अवमानना के आरोपों का समाधान निकालने के लिए फंड जारी करती है. यूरोप समेत दुनिया के कई देशों में सख्त कानून हैं ऐसे में कंपनी पर कई बार लाखों पाउंड और डॉलर्स का जुर्माना लगता है. वहीं भारत से जुड़े केस को लेकर भी SEC ने जांच के आदेश जारी किए थे एजेंसी के मुताबिक बिचौलियों के जरिए भारतीय अधिकारियों को लाखों डॉलर की घूस दी गई थी.
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140 करोड़ रुपये का भरना होगा हर्जाना
रॉयटर्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक अमेरिकी संस्था को भारत से जुड़े मामले में रिश्वत देने से 56,69,596 डॉलर का फायदा हुआ. कंपनी ने चीन, ब्राजील और पेरू में भी अपनी अन्य कंपनियों के जरिए गलत तरीके से मुनाफा कमाया है.
SEC ने कहा कि डब्ल्यूपीपी ने रिश्वतखोरी और विदेशी भ्रष्टाचार व्यवहार कानून (FCPA) के उल्लंघन के मामलों का निपटारा करने को लेकर अपनी मंजूरी दी है. मौजूदा एक्सचेंज रेट के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी विज्ञापन कंपनी को करीब 140 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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