???????? ???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 31 भाद्रपद 1946
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 22 सितंबर 2024
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब राष्ट्रीय सौर (Indian national calendar) INC 31 BHAD 1946
हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर INC 31 भाद्रपद 1946 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 31 भाद्रपद (नभस्य) 1946 (5126)
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं। वे संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत् 5126, वैदिक मासे नभस्य मासे, राष्ट्रीय दिनांक भाद्रपद 31 आश्विन कृष्ण पंचमयां तिथौ, रवि वासरे, …. दिल्ली… नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1946
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2081
???? महावीर जैन सम्वत् 2550
???? बौद्ध संवत् 2564
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5127
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5251
???? श्री राम संवत्(सन्) 880167
???? सृष्टि संवत् 1955885126
???? संवत्सर काल
???? दक्षिणायने
???? ऋतु शरद्
???? वेदों के अनुसार नभस्य मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार भाद्रपद मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास आश्विन पक्ष कृष्ण
???? तिथि पंचमी शाम 3:43 तक तड़ उपरांत षष्ठी
???? वार रवि वार
???? नक्षत्र कृतिका
???? दिनमान 30 घटी 05 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 6:13 सूर्यास्त 6:14
???? कन्या राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 07
???? दिशाशूल पश्चिम (यदि यात्रा आवश्यक हो तो पान या घी खाकर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:49 to 12:37
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 04:46 pm से 06:17 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 28 सितंबर रात्रि 1:20am से 30 सितंबर प्रातः 6:18 तक
???? पंचमी श्राद्ध, शरद संपात् आरंभ दिन रात्रि सम बराबर दैत्य दिन उदय 22 सितंबर रविवार
???? षष्ठी श्राद्ध 23 सितंबर सोमवार
???? सप्तमी श्राद्ध 24 सितंबर मंगलवार
???? अष्टमी श्राद्ध, जीवित् पुत्रिका व्रत 25 सितंबर बुधवार
???? नवमी श्राद्ध 26 सितंबर गुरुवार
???? दशमी श्राद्ध,विश्व पर्यटक दिवस 27 सितंबर शुक्रवार
???? इंदिरा एकादशी व्रत, एकादशी श्राद्ध,शहीद भगत सिंह जयंती 28 सितंबर शनिवार
???? द्वादशी श्राद्ध,सन्यासीनां श्राद्ध 29 सितंबर रविवार
???? त्रयोदशी श्राद्ध, सोम प्रदोष व्रत, बैंक अर्धवार्षिक लेखाबंदी, मासिक शिवरात्रि व्रत 30 सितंबर सोमवार
???? चतुर्दशी श्राद्ध,देवी कात्यानी जयंती, रक्तदान दिवस 01 अक्टूबर मंगलवार
????सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध भूले बिछड़े श्राद्ध, श्री गांधी श्री शास्त्री जयंती 02 अक्टूबर बुधवार
???? पंचक 13 अक्टूबर शाम 3:39 से 17 अक्टूबर शाम 4:19 तक (लकड़ी आदि का कार्य नहीं करना चाहिए)
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 23 सितंबर प्रातः 6:30 से 24 सितंबर प्रातः 6:14 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 26 सितंबर प्रातः 6:15 से 27 सितंबर प्रातः 6:16 तक
???? अमृत सिद्धि योग 23 सितंबर रात्रि 10:06 से 24 सितंबर प्रातः 6:14 तक ब 26 सितंबर रात्रि 11:33 से 27 सितंबर प्रातः 6:16 तक
???? गुरु पुष्य योग 26 सितंबर रात्रि 11:33 से 27 सितंबर प्रातः 6:16 तक (इस योग में पूजा पाठ, पौधा लगाना अधिक फलीभूत होता है)
???? द्विपुष्कर योग 24 सितंबर प्रातः 6:14 से दोपहर 12:38 तक (इस योग में किया गया कार्य दो गुणा बढ़ता है)
???? त्रिपुष्कर 23 अक्टूबर प्रातः 5:38 से 6:31 तक
???? ज्वालामुखी योग 21 सितंबर शाम 6:30 pm से 22 सितंबर 00:35 am मिनट तक(इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)