



???????? ???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 20 आषाढ़ 1946
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 11 जुलाई 2024
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब राष्ट्रीय सौर INC 20 ASAR 1946
हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर INC 20 आषाढ़ 1946 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 20 आषाढ़ (शुचिमास) 1946 (5126)
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं। वे संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत् 5126, वैदिक मासे शुचि मासे, राष्ट्रीय दिनांक आषाढ़ 20 , आषाढ़ शुक्ल पंचमयां / षष्ठयां तिथौ, गुरु वासरे, …. दिल्ली … नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1946
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2081
???? महावीर जैन सम्वत् 2550
???? बौद्ध संवत् 2564
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5127
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5251
???? श्री राम संवत्(सन्) 880167
???? सृष्टि संवत् 1955885126
???? संवत्सर काल
???? दक्षिणायने
???? ऋतु वर्षा
???? वेदों के अनुसार शुचि मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार आषाढ़ मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास आषाढ़ पक्ष शुक्ल
???? तिथि पंचमी सुबह 10:03 का तड़ उपरांत षष्ठी
???? वार गुरु वार
???? नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी दोपहर 1:03 तक तद् उपरांत उत्तरा फाल्गुनी
???? दिनमान 34 घटी 12 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 5:36 सूर्यास्त 7: 17
???? मिथुन राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 28
???? दिशाशूल दक्षिण (यदि यात्रा आवश्यक हो तो जीरा या दही खाकर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:58 to 12:54
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 02:10 pm से 03:54 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? अष्ट्राहि्नका प्रारंभ जैन, देवी पार्वती जयंती 14 जुलाई रविवार
???? भड्डली नवमी अबूझ मुहूर्त 15 जुलाई सोमवार
???? संक्रांति 16 जुलाई मंगलवार
???? देवशयनी एकादशी व्रत 17 जुलाई बुधवार
???? गण्डमूल 8 जुलाई प्रातः 6:02 से 10 जुलाई प्रातः 10:14 तक
???? पंचक 23 जुलाई प्रातः 9:18 से 27 जुलाई दोपहर 1:00 बजे तक (लकड़ी आदि का कार्य नहीं करना चाहिए)
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 21 जुलाई प्रातः 5:40 am से 22 जुलाई रात्रि 00:13 am तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
सर्वार्थ सिद्धि योग 17 जुलाई प्रातः 5:39 am से 18 जुलाई प्रातः 3:12am तक
???? अमृत सिद्धि योग 17 जुलाई प्रातः 5:39 am से 18 जुलाई प्रातः 3:12 am तक
???? रवि पुष्य योग 4 अगस्त प्रातः 5:48 से दोपहर 1:25 तक (इस योग में पूजा पाठ, पौधा लगाना अधिक फलीभूत होता है)
???? द्विपुष्कर योग 23 जुलाई प्रातः 5:41 से दोपहर 10:23 तक (इस योग में किया गया कार्य दो गुणा बढ़ता है)
???? त्रिपुष्कर 20 अगस्त 3:09 am से 5:57am तक
???? ज्वालामुखी योग 26 अगस्त प्रातः 3:39 am से 26 अगस्त शाम 3:54 pm तक ब 27 अगस्त प्रातः 2:19 am से 27 अगस्त शाम 3: 37pm तक (इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)