???????? ???????? आज भारतीय नेशनल कैलेंडर के अनुसार दिनांक राष्ट्रीय सौर INC 11 आश्विन 1946
???????? आज पोप ग्रेगोरियन के अनुसार अंग्रेजी दिनांक 03 अक्टूबर 2024
???????? राष्ट्रीय दिनांक का प्रयोग हमें चैक,NEFT, बैंक cash counter पर, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,विद्यालय के प्रवेश पत्र ब निष्कासन पत्र पर
अंग्रेजी में लिखना हो तब राष्ट्रीय सौर (Indian national calendar) INC 11 ASVN 1946
हिंदी में लिखना हो तब
राष्ट्रीय सौर INC 11 अश्विन 1946 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 11 आश्विन (इषमास) 1946 (5126)
???? जो सज्जन प्रतिदिन व्यक्तिगत पूजा करते हैं। वे संकल्प इस प्रकार पढ़ सकते हैं ओम् विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वाराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत् 5126, वैदिक मासे इष मासे, राष्ट्रीय दिनांक अश्विन 11 आश्विन शुक्ल प्रतिपदायां तिथौ, गुरु वासरे, …. दिल्ली… नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ),,,,,, दुर्गा पूजनम् अहम् करिष्यामी
???????? राष्ट्रीय संवत् (सन्)1946
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2081
???? महावीर जैन सम्वत् 2550
???? बौद्ध संवत् 2564
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5127
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5251
???? श्री राम संवत्(सन्) 880167
???? सृष्टि संवत् 1955885126
???? संवत्सर काल
???? दक्षिणायने
???? ऋतु शरद्
???? वेदों के अनुसार इष मास है
???? ऋतुओं, भौगोलिक, ब अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार अश्विन मास यही भारतीय संवैधानिक राष्ट्रीय महीना है
???? चन्द्रमा के अनुसार मास आश्विन पक्ष शुक्ल
???? तिथि प्रतिपदा
???? वार गुरु वार
???? नक्षत्र हस्त शाम 3:31 तक तद उपरांत चित्रा
???? दिनमान 29 घटी 15 पल (एक दिन रात 60 घटी / 24 घंटे का होता है)
???? सूर्योदय 6:19 सूर्यास्त 6:01
???? कन्या राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 18
???? दिशाशूल दक्षिण (यदि यात्रा आवश्यक हो तो जीरा या दही खा कर घर से निकलें) हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:46 to 12:33
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 1:38 pm से 03:07 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गण्डमूल 8 अक्टूबर 2:24 am से 10 अक्टूबर प्रातः 5:14am तक*
???? नवरात्र आरंभ, कलश स्थापना, श्री अग्रसेन जयंती, यहूदी धर्म का नव वर्ष आरंभ 3 अक्टूबर गुरुवार
???? श्री दुर्गा अष्टमी 11 अक्टूबर शुक्रवार
???? महानवमी, विजयदशमी, रावण दहन दशहरा मेला नीलकंठ दर्शन 12 अक्टूबर शनिवार
???? पंचक 13 अक्टूबर शाम 3:39 से 17 अक्टूबर शाम 4:19 तक (लकड़ी आदि का कार्य नहीं करना चाहिए)
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 2 अक्टूबर दोपहर 12:22 से 3 अक्टूबर प्रातः 6:19 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 5 अक्टूबर प्रातः 6:20 से रात्रि 9:32 तक
???? अमृत सिद्धि योग 21 अक्टूबर प्रातः 6:49 से 22 अक्टूबर प्रातः 5:50 तक
???? गुरु पुष्य योग 24 अक्टूबर प्रातः 6:32 से 25 अक्टूबर प्रातः 6: 33 तक (इस योग में पूजा पाठ, पौधा लगाना अधिक फलीभूत होता है)
???? द्विपुष्कर योग 17 नवंबर शाम 5:22 से रात्रि 9:06 तक (इस योग में किया गया कार्य दो गुणा बढ़ता है)
???? त्रिपुष्कर 23 अक्टूबर प्रातः 5:38 से 6:31 तक
???? ज्वालामुखी योग 26 अक्टूबर प्रातः 3:22 am से प्रातः 9:45 तक(इसमें कभी भी कोई कार्य सफल नहीं होता)