आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक INC 23 माघ 1944
???????? आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 12 फरवरी 2023
???????? इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर
अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब INC 23 MAGH 1944
हिंदी में चेक भरना हो तब
राष्ट्रीय सौर 23 माघ 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???????? जब हमारा देश आजाद हुआ उस समय भारतीय संसद में विचार हुआ कि जैसे हमारा राष्ट्रीय गीत राष्ट्रीय पशु राष्ट्रीय पक्षी इत्यादि हैं उसी प्रकार हमारा एक राष्ट्रीय कैलेंडर भी होना चाहिए, जिसके निर्माण के लिए मेघनाद साहा कमेटी का गठन किया गया साहा कमेटी ने विश्व के 30 से अधिक कैलेंडरों का अध्ययन करने के उपरांत प्राचीन भारतीय कैलेंडर को ही सर्वोत्तम कैलेंडर मांगते हुए एक चैत्र 1879 (22 मार्च 1957) में मान्यता दी तत्कालीन नेहरू सरकार ने गृह मंत्रालय ने इसके प्रचार-प्रसार के लिए स्वास्थ्य संस्थानों को सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों को राज्य सरकारों को आदेश दिए हैं।(F/42/16/57 PUBI, Dt 11-12-1957)
???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 23 माघ 1944 (5124)???? ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 माघ मासे (वैदिक नाम तप मासे) दिनांक 23 रवि वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी???????? राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2079
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
???? श्री राम संवत्(सन्) 880165
???? सृष्टि संवत् 1955885123???? संवत्सर नल ???? उत्तरायण
???? ऋतु शिशिर
???? वेदों के अनुसार इस महीने का नाम तप मास है
???? चन्द्र के अनुसार महीना फाल्गुन पक्ष कृष्ण
???? तिथि षष्ठी प्रातः 9:45 तक तदुपरांत सप्तमी
???? वार रवि वार
???? नक्षत्र स्वाति
???? दिनमान 27 घटी 23 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 7:07 सूर्य अस्त 6:04
???? मकर राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 30
???? दिशाशूल पश्चिम (यदि यात्रा आवश्यक हो तो पान या घी खाकर घर से निकले, हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:13 to 12 :57
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 04:45 pm से 06:08 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
???? गंडमूल 15 फरवरी 1:00 am से 16 फरवरी 10:52 pm तक
???? काल अष्टमी, संक्रांति 13 फरवरी सोमवार
???? श्री जानकी व्रत 14 फरवरी मंगलवार
???? पंचक 20 फरवरी 1:15 am से 24 फरवरी 3:43 am तक
???? विजया एकादशी व्रत स्मार्त (गणेश शिव दुर्गा आदि के उपासक) 16 फरवरी गुरुवार
???? विजया एकादशी व्रत वैष्णवानां ( श्री राम कृष्ण विष्णु के उपासक)17 फरवरी शुक्रवार
???? प्रदोष व्रत महाशिवरात्रि व्रत 18 फरवरी शनिवार
???? सोमवती अमावस्या 20 फरवरी सोमवार
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 12 फरवरी 1:40 am से 7:07am तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 14 फरवरी 2:34 am से 7:05 am तक
???? द्विपुष्कर योग 19 मार्च 00:28 am से लेकर 8:07 am तक(इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 13 फरवरी 2:26 am से 7:06 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
???? ज्वालामुखी योग 27 फरवरी 00:58 am से 5:18 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)