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BJP Chintan Shivir held in Kumbhalgarh has concluded Satish Poonia target Congress | Satish Poonia का कांग्रेस पर निशाना, कहा-जिनके यहां दो चेहरे है वहीं पर झगड़ा होता है

Rajsamand: जिले के कुंभलगढ़ (Kumbhalgarh) में आयोजित हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो दिवसीय चिंतन शिविर (Chintan Shivir) का समापन हो गया है. चिंतन शिविर में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly elections) को लेकर रोडमैप तैयार किया गया है. साथ ही संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है. प्रदेश पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं को एकजुट कर पार्टी को मजबूत करने का मंत्र दिया गया.

महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) की जन्म स्थली कुंभलगढ़ में सम्पन्न हुए भारतीय जनता पार्टी के चिंतन शिविर के बाद अब भाजपा नेता पार्टी के नई ऊर्जा के साथ प्रदेश में नजर आने का दावा कर रहे हैं. चिंतन शिविर में जहां एक ओर पार्टी ने वर्ष 2023 में होने वाले विधान सभा चुनावों में सत्ता पर काबिज़ होने की रणनीति तैयार की है तो वहीं, आने वाले समय से कांग्रेस सरकार (Congress Government) की विफलताओं को लेकर जनता के बीच जा कर सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है.

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सतीश पूनिया ने क्या कहा 
चिंतन शिविर के बाद मीडिया से मुखातिब हुए प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि इस चिंतन शिविर में हुए मंथन से अमृत निकला है और यह अमृत पार्टी को नई ऊर्जा प्रदान करेगा. साथ ही इस मंथन में निकला जहर कांग्रेस के खाते में जाएगा. पूनिया ने साफ कहा कि पार्टी का लक्ष्य 2023 में विजय प्राप्त करना है. इस चुनाव में पार्टी का चेहरा कमल का फूल और पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) होंगे. इसके बाद चेहरा वही बनेगा जो पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करेगा. पुनिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके यहां दो चेहरे है वहीं पर झगड़ा होता है.

पार्टी को बूथ स्तर पर किया जाएगा मजबूत 
प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने बताया कि 2 दिन तक आयोजित हुए चिंतन शिविर के दौरान पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत करने को लेकर विशेष कार्य योजना तैयार की गई है. उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर जल्द ही भाजपा वृद्ध स्तर पर जन आंदोलन चलाएगी. कांग्रेस आलाकमान को राजस्थान में होने वाले दलितों पर अत्याचार नहीं दिख रहे. राजस्थान की जनता इंतजार कर रही हैं कि कब राहुल और प्रियंका गांधी यहां आकर उनके आंसू को पोछेंगे. पुनिया ने भाजपा पर गहलोत सरकार (Gehlot Government) को गिराने के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अगर खुद ही गिरे तो उसे बचाने का ठेका उन्होंने नहीं लिया.

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भारतीय जनता पार्टी के चिंतन शिविर के बाद तमाम नेताओं के चेहरे खिले हुए नजर आए तो साथ ही उनके कंधों पर नई जिम्मेदारियां दी गई है. हालाकि प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने चिंतन के मंथन में अमृत निकलने का दावा किया है लेकिन उनका यह दावा कितना सच है यह तो समय के गर्भ में छिपा हुआ है.
Report- Avinash Jagnawat

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