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हिमाचल इलेक्शन वॉच

शिमला (हिमदेव न्यूज़) 06 नवंबर, 2022 एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में फिर से चुनाव लड़ने वाले 58 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। फिर से चुनाव लड़ने वाले 58 विधायकों में से 49 विधायकों (84%) की संपत्ति है। 5% से 1167% तक बढ़ गया है और 9 विधायकों (16%) की संपत्ति -4% से घटकर -37% हो गई है।

· 2017 के चुनावों में औसत संपत्ति: 2017 में निर्दलीय सहित विभिन्न दलों द्वारा फिर से चुनाव लड़ रहे इन 58 विधायकों की औसत संपत्ति 9.30 करोड़ रुपये थी।

·  2022 के चुनाव में औसत संपत्ति: 2022 में फिर से चुनाव लड़ रहे इन 58 विधायकों की औसत संपत्ति 12.08 करोड़ रुपये है।

· 5 वर्षों में औसत संपत्ति वृद्धि (2017-2022): 2017 और 2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के बीच, इन 58 पुन: चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति वृद्धि 2.77 करोड़ रुपये है।

·  5 साल (2017-2022) में प्रतिशत वृद्धि: इन 58 पुन: चुनाव लड़ने वाले विधायकों की संपत्ति में औसत प्रतिशत वृद्धि 30% है।

· चौपाल निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बलबीर सिंह वर्मा ने 37.71 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ संपत्ति में अधिकतम वृद्धि की घोषणा की है, जो 2017 में 90.73 करोड़ रुपये से बढ़कर रु। 2022 में 128.45 करोड़।

·  मंडी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के अनिल शर्मा की संपत्ति 2017 में 40.24 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022 में 57.48 करोड़ रुपये हो गई है।

· शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह की संपत्ति 17.06 करोड़ रुपये, 2017 में 84.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022 में 101.39 करोड़ रुपये हो गई है।

धनबल और बाहुबल की भूमिका इस तथ्य से स्पष्ट है कि हिमाचल प्रदेश के चुनावों में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने 36 प्रतिशत से 90 प्रतिशत करोड़पति उम्मीदवारों और 18 प्रतिशत से 64 प्रतिशत आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा हैं। धनबल और बाहुबल के बीच यह घनिष्ठ और खतरनाक सांठगांठ हमारी चुनावी व्यवस्था में इस कदर समा गई हैं कि नागरिक वर्तमान स्थिति के बंधक रह गए हैं। धनबल और बाहुबल ने ’स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव’, ’सहभागी लोकतंत्र’ और ’चुनावी मैदान’ के सिद्धांतों को चोट पहुंचाई है। इसलिए वर्तमान परिस्थितियों में मतदाताओं द्वारा व्यापक विचार-विमर्श की मांग की गई है। डॉ ओम प्रकाश भूरेटा। समन्वयक हिमाचल इलेक्शन वॉच और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष। भारत ज्ञान विज्ञान समिति