



Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur News) के बनीपार्क इलाके में हिस्ट्रीशीटर अजय यादव की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है. बदमाश अजय यादव की हत्या आपसी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई के चलते की गई थी. पुलिस ने हत्याकांड (Murder Case) के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
21 सितंबर को सदर थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर अजय यादव (Ajay Yadav) की बनीपार्क इलाके में सूत मील के पास गोली मारी और पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के मामले में आपसी रंजिश की जानकारी सामने आई थी. पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरें खंगाले और तकनीकी आधार पर बदमाशों की तलाश शुरू की. जांच में सामने आया कि आरोपी वारदात को अंजाम देकर सीकर, पाली, रेवाड़ी और दिल्ली फरार हो गए थे.
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पुलिस (Jaipur Police) ने ऐसे बदमाशों को चिन्हित किया, जिनसे अजय यादव की रंजिश थी. मामले की जांच के लिए और आरोपियों की तलाश के लिए करीब 1 दर्जन टीमें बनाई गई. इसमें 200 से अधिक पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया. पुलिस ने बनीपार्क से फतेहपुर तक करीब 175 किलोमीटर तक के रास्ते में लगे 1 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फूटेज भी खंगाली. इस दौरान पुलिस को झोटवाड़ा थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर प्रदीप यादव का नाम सामने आया. प्रदीप यादव को अंदेशा था कि बीते दिनों उस पर फायरिंग अजय यादव गैंग ने ही की थी. ऐसे में प्रदीप यादव ने अपने रिश्तेदारों से संपर्क कर अजय यादव की हत्या की साजिश रची और हत्याकांड को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में जयराज सिंह और प्रवीण कुमार को गिरफ्तार किया है. वहीं मामले में शामिल प्रदीप यादव सहित करीब आधा दर्जन बदमाशों की तलाश जारी है.
पुलिस ने एक ओर गिरफ्तार आरोपी जयराज और प्रवीण से पूछताछ शुरु कर दी. वहीं दूसरी ओर अजय यादव से जुड़े अपराधियों की पुलिस ने कुंडली खंगालना शुरु कर दिया. पुलिस ने करीब 2 दर्जन हिस्ट्रीशीटर की एचएस पत्रावलियों और करीब 50 हार्डकोर अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाला तो सामने आया कि मृतक अजय यादव की वैशालीनगर के हिस्ट्रीशीटर मुकेश यादव से साल 2008 से मित्रता थी लेकिन साल 2015 में जब जवाहर नगर में गगन पंडित पर हुई फायरिंग में अजय यादव का नाम सामने आया. इसके बाद से मुकेश यादव और अजय यादव में अनबन हो गई थी. अजय यादव झोटवाड़ा थाने के हिस्ट्रीशीटर प्रदीप यादव के साथ मिलकर काम करने लगा और दोनों ने अपना एक ही गिरोह बना लिया.
हिस्ट्रीशीटर मनीष सैनी की शादी में मुकेश यादव और प्रदीप यादव ने एक साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की और अपने गिरोह का बढ़ती ताकत दिखाने का प्रयास किया. इसी दौरान अजय यादव के साथी हिमांशु जांगिड़ और बंटी शर्मा ने झोटवाड़ा के हिस्ट्रीशीटर प्रदीप यादव के ऑफिस में घुसकर फायरिंग की. इसमे प्रदीप गंभीर रुप से घायल हो गया और उपचार के दौरान पेरालाईज होकर चलने-फिरने में असमर्थ हो गया. इस घटना के बाद प्रदीप-मुकेश गिरोह और अजय यादव में दुश्मनी बढ़ती चली गई. कुछ समय बाद अमसरसर सरंपच हत्याकांड में हिमांशु जांगिड़ और बंटी शर्मा गिरफ्तार होकर जेल चले गए और अजय यादव का गिरोह कमजोर पड़ने लगा. इसी का फायदा उठाकर प्रदीप-मुकेश गिरोह ने मिलकर अजय यादव की हत्या की साजिश रची.
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हत्या की योजना के मुख्य सुत्रधार प्रदीप यादव चलने की स्थिति में भी नहीं था लेकिन बदला लेने की नियत से बिस्तरों में पड़े रहते हुए वारदात की रचना तैयार की. प्रदीप ने हिस्ट्रीशीटर मुकेश यादव और अपने केशवार साथी विरेन्द्र चौधरी उर्फ बिल्लू और अक्षय सिंह उर्फ आशीष शेखावत और अन्य नजदीकी व्यक्तियों के साथ मिलकर हत्या का षडयंत्र रचा. हत्या से पहले 20 सितंबर को जयराज सिंह के नाम से 2 मोबाइल सीम जारी करवायी गई. अजय यादव की हत्या करने के लिए मुकेश यादव, विरेन्द्र चौधरी, अक्षय सिंह और एक अन्य सहयोगी 21 सितंबर को 2 एक्टिवा स्कूटर पर सवार होकर घटना स्थल पर पहुंचे,जहां स्कॉर्पियों में सौरभ शर्मा के साथ बैठ अजय यादव पर फायरिंग की और सिर कुचलकर हत्या कर दी.
वारदात के बाद मुकेश यादव (Mukesh Yadav) और एक अन्य आरोपी अपराधी चिंकारा केंटीन, पानीपेच, चौंमू पुलिया, मुरलीपुरा, वैधजी का चौराहा होते हुए सीकर की तरफ रवाना हो गए. वहीं विरेन्द्र सिंह और अक्षय माचड़ा 200 फिट बाईपास होते हुए पाली चले गए. पाली से आरोपी शांहजंहापुर पहुंचे और प्रदीप यादव के भांजे पवन यादव को बुलाया और उसके साथ नारनौल स्थित उसके घर चले गए. पवन ने फरारी के खर्चे के लिए 20 हजार रुपये दोनों आरोपियों को दिए और 27 सितंबर को मोटरसाइकिल से दोनों आरोपियों को रेवाड़ी छोड़ दिया.
पुलिस ने वारदात में शामिल अपराधियों की धरपकड़ के लिए राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा (Haryana) और दिल्ली (Delhi) में 3 अलग अलग टीमों को भेजा है और फरार चल रहे अन्य अपराधियों की तलाश कर रही है. वहीं, गिरफ्तार आरोपी जयराज और प्रवीण उर्फ पवन से पुलिस की पूछताछ जारी है.