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राष्ट्रीय दिनांक ???????? शुक्र वार ???????? आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय दिनांक INC 20 कार्तिक 1944 ????????

आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 11 नवंबर 2022 ???????? इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र पर इस प्रकार लिखना चाहिए???? अंग्रेजी में INC 20 KRTK 1944
हिंदी में राष्ट्रीय सौर 20 कार्तिक 1944???? संविधानमान्यता ब खगोल शास्त्र आधारित???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 20 कार्तिक 1944 (5124)???? अंग्रेजी कैलेंडर में रोम के विद्वान 304 दिन का वर्ष मानते थे ब साल के 10 महीने मानते थे । सीजर जुलियस, सीजर आगस्टम के नाम से जुलाई व अगस्त 2 महीने इसमें और जुड़े तब यह कैलेंडर 12 महीनों ब 360 दिनों का हो गया। जुलियस सीजर ने 45 ई पू 362 दिनों का वर्ष तय किया इसीलिए अंग्रेजों का सन् जूलियन कैलेंडर कहा जाता था । इस कैलेंडर में वर्ष का आरंभ हैप्पी न्यू ईयर 25 मार्च को होता था। जूलियन कैलेंडर के 1 वर्ष तथा पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा का समय में काफी अंतर था और यह अंतर 1500 सालों में लगभग 11 दिन का हो गया इसीलिए इसवी सन् 1532 में पोप ग्रेगरी ने जूलियन कैलेंडर में संशोधन किया ब प्राचीन भारतीय सौर कैलेंडर के अनुसार 365 दिन 6 घंटे 8 मिनट का वर्ष तय किया। जिसे (हम लगभग 9 लाख साल पहले रावण के ससुर मयासुर राक्षस जो मेरठ उत्तर प्रदेश के राजा थे के द्वारा रचित सूर्या सिद्धांत नामक ग्रंथ को भूलाकर)आज तक मानते आ रहे हैं । कुछ भारतीय संवत् को मानते भी हैं वे भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से वर्ष का आरंभ मानते हैं जो कि हर साल लगभग 11 दिन 1 वर्ष से कम रहता है जो बहुत बड़ी त्रुटि है। चंद्र वर्ष व्रत त्योहार मनाने ब समुद्री यात्राओं के लिए था ना कि दिनांक dates तारीख के लिए। हमें अपना हैप्पी न्यू ईयर 01 चैत्र (22 मार्च) को मनाना चाहिए।
???? ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 कार्तिक मासे (वैदिक नाम ऊर्ज मास) दिनांक 20 शुक्र वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) अहम् पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत प्रतिदिन की पूजा में तिथि नक्षत्र बोलने की आवश्यकता नहीं क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है???? राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2079
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
???? श्री राम संवत्(सन्) 880165
???? सृष्टि संवत् 1955885123???? संवत्सर नल ???? दक्षिणायन
???? ऋतु हेमंत
???? यजुर्वेद में इस महीने का नाम ऊर्ज मास है
???? चन्द्र मास नाम = मार्गशीर्ष
???? पक्ष कृष्ण
???? तिथि तृतीय
???? नक्षत्र मृगशिरा
???? दिनमान 26 घटी 45 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 6:44 सूर्य अस्त 5:26
???? तुला राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 26
???? दिशाशूल पश्चिम (यदि यात्रा आवश्यक हो तो दूध या दही खाकर घर से निकले)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:43 to 12:26
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 10:43am से 12:04 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।???? चतुर्थी व्रत 12 नवंबर शनिवार चंद्रोदय रात्रि 8:23 पर
???? महाकाल भैरव अष्टमी 16 नवंबर बुधवार
???? उत्पत्ति एकादशी व्रत 20 नवंबर रविवार???? श्री महावीर दीक्षा दिवस 21 नवंबर
???? गंडमूल 15 नवंबर 4:12pm से 17 नवंबर 9:19pm तक
???? पंचक 29 नवंबर 7:54pm से 4 दिसंबर 6:15 am तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 15 नवंबर 4:12 pmसे 16 नवंबर 6:49 amतक
???? सर्वार्थसिद्धि योग 14 नवंबर 1:14 pm से 15 नवंबर 6:48 am तक
???? अमृत सिद्धि योग 20 नवंबर 6:51am से 21 नवंबर 00:35 am तक???? शुक्र अस्त तारा अस्त 30 सितंबर से 25 नवंबर तक
???? रवि पुष्य योग 11 दिसंबर 8:35 pm से 12 दिसंबर 7:08 am तक
???? द्विपुष्कर योग 21 नवंबर 0:35 amसे 6: 53am (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 20 दिसंबर 9:54 am से 21 दिसंबर 00:45 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
???? ज्वालामुखी योग 23 दिसंबर शाम 3:40 pm से 24 दिसंबर 1:12 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)