राष्ट्रिय दिनांक ???????? शुक्र वार ???????? आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक INC 30 पौष 1944
???????? आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 20 जनवरी 2023 ???????? इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब INC 30 PAUS 1944 हिंदी में चेक भरना हो तब राष्ट्रीय सौर 30 पौष 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
???? इस दिनांक को हमारे देश के माननीय राष्ट्रपति, यशस्वी प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय के अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी, संसद के दोनों सदनों में प्रतिदिन प्रयोग होता है हमें भी इसका प्रयोग करना चाहिए । यह भारत के गौरव की बात है???? मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 30 पौष 1944 (5124)???? ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 पौष मासे (वैदिक नाम सहस्य मासे) दिनांक 30 शुक्र वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी ???????? राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
???? विक्रमी संवत् (सन्) 2079
???? युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
???? श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
???? श्री राम संवत्(सन्) 880165
???? सृष्टि संवत् 1955885123 ???? संवत्सर नल ???? उत्तरायण
???? ऋतु शिशिर
???? यजुर्वेद के अनुसार इस महीने का नाम सहस्य मास है
???? प्रकृति ब सौर अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार इस महीने का नाम =पौष मास (सहस्य मास) (इससे अंतरिक्ष विज्ञान, अंतरिक्ष यान विमान इसी के आधार पर भेजे जाते हैं। ऋतुओं, दिनांक तारीख Dates, नववर्ष का निर्धारण होता है , इसके अनुसार दिनांक रात के 12:00 बजे बदल जाती है)
???? सूर्य संक्रांति के अनुसार इस महीने का नाम = माघ (इससे त्योहार पर्व विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, आदि के मुहूर्त , इसके अनुसार प्रविष्टे सूर्य उदय से आरंभ होती है)
???? चन्द्र के अनुसार महीने का नाम = माघ (इसके अनुसार समुद्री यात्राएं , श्राद्ध-तर्पण, व्रत उद्यापन का निर्णय होता है, इसके अनुसार तिथि सूर्य उदय से मान्य होती है)
???? चन्द्र के अनुसार महीना माघ पक्ष कृष्ण
???? तिथि त्रयोदशी सुबह 10:00 बजे तक तदुपरांत चतुर्दशी
???? चतुर्दशी तिथि क्षय है
???? वार शुक्र वार
???? नक्षत्र मूला दोपहर 12:39 तक तदुपरांत पूर्वाषाड़ा
???? दिनमान 26 घटी 10 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
????सूर्य उदय 7:18 सूर्य अस्त 5:46
???? मकर राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 07
???? दिशाशूल दक्षिण (यदि यात्रा आवश्यक हो तो जीरा या दही खाकर घर से निकले)
???? अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:11 to 12:53
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
???? राहुकाल 11:12 am से 12:32 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
???? यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।???? गंडमूल 18 जनवरी शाम 5:22 से 20 जनवरी दोपहर 12:40 तक ???? मासिक शिवरात्रि , मेरु त्रयोदशी जैन कल्याण अंक , 20 जनवरी शुक्रवार
???? शनैश्चरी अमावस्या , स्नान मेला प्रयागराज, शनि मेला शिंगणापुर, राष्ट्रीय माघ मास प्रारंभ 21 जनवरी शनिवार
???? गुप्त नवरात्र प्रारंभ 22 जनवरी रविवार
???? गौरी तृतीया गोंतरी 24 जनवरी मंगलवार
???? तिल वरद्चतुर्थी 25 जनवरी बुधवार
???? बसंत पंचमी, श्री पंचमी, सरस्वती पूजा, तक्षक पूजा ब ???????? राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस 26 जनवरी गुरुवार ???? पंचक 23 जनवरी दोपहर 1:53 से 27 जनवरी शाम 6:36 तक
???? सर्वार्थ सिद्धि योग 26 जनवरी शाम 6:56 से 27 जनवरी प्रातः 7:16 तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
???? सर्वार्थसिद्धि योग 22 जनवरी प्रातः 6:30 से प्रातः 7: 18 मिनट तक
???? अमृत सिद्धि योग 27 जनवरी प्रातः 7:16 से शाम 6:36 तक (इस समय किया गई कार्य ब दवाई अमृत के तुल्य काम करती है)???? रवि पुष्य योग 5 फरवरी प्रातः 7:11 से दोपहर 12:12 तक
???? द्विपुष्कर योग 23 जनवरी 3:20 am से 7:17 am तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
???? त्रिपुष्कर योग 13 फरवरी 2:26 am से 7:06 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
???? ज्वालामुखी योग 27 फरवरी 00:58 am से 5:18 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)