शिमला:04, सितम्बर, 2025,पिछले सप्ताह हुई भारी वर्षा और भूस्खलनों के कारण हिमाचल प्रदेश में व्यापक व्यवधान उत्पन्न हुआ, जिसमें चंबा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति ज़िले सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। चंबा ज़िले की तहसील भरमौर ने आपदा का सबसे गम्भीर असर झेला, क्योंकि चंबा और भरमौर को जोड़ने वाली सड़क को गम्भीर क्षति पहुँची। इसके परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण मार्गों पर फाइबर कट लग गए, जिससे क्षेत्र में दूरसंचार सेवाएँ बुरी तरह प्रभावित हुईं।
हिमाचल प्रदेश और समीपवर्ती जम्मू-कश्मीर में आपदा जैसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए माननीय संचार मंत्री ने सचिव (दूरसंचार) तथा सदस्य (प्रौद्योगिकी) के साथ मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में दूरसंचार नेटवर्क की स्थिति की समय-समय पर समीक्षा कर रहे है। दूरसंचार विभाग (DoT), राज्य / ज़िला प्रशासन और टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं (TSPs) के साथ मिलकर चौबीसों घंटे कनेक्टिविटी बहाल करने के कार्य में जुटा हुआ है। कठिन भू-भाग और प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के बावजूद, टीएसपी की फाइबर बहाली टीमें उन क्षेत्रों में पैदल पहुँचीं जहाँ सड़कें बह चुकी थीं और उन्होंने व्यक्तिगत जोखिम उठाकर कार्य किया। जिन स्थानों पर विद्युत आपूर्ति उपलब्ध नहीं थी, वहाँ डीज़ल जनरेटर का उपयोग करके बेस ट्रांसीवर स्टेशन (BTS) को चालू रखा गया।
इन समन्वित प्रयासों के परिणामस्वरूप सेवाओं की बहाली में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। चंबा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में इंट्रा-सर्कल रोमिंग (ICR) सक्रिय करने तथा टीएसपी के सतत सहयोग से अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाएँ बहाल हो चुकी हैं। 04 सितम्बर 2025 की नवीनतम स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 71% बीटीएस साइटें पुनः चालू हो चुकी हैं, जो पहले दर्ज गंभीर व्यवधानों की तुलना में एक महत्वपूर्ण सुधार को दर्शाता है।
भरमौर उपमंडल में आंशिक कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है, जिससे स्थानीय निवासियों और आपातकालीन सेवाओं को आवश्यक संचार उपलब्ध हो रहा है, जबकि शेष साइटों को शीघ्र बहाल करने के प्रयास लगातार जारी हैं।
बहाली प्रयासों पर बोलते हुए, श्री अनिल कुमार गुप्ता, अपर महानिदेशक दूरसंचार, हिमाचल प्रदेश एल.एस.ए. ने कहा: “दूरसंचार विभाग ने सभी टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश के प्रभावित ज़िलों में कनेक्टिविटी बहाल करने के लिए निरंतर कार्य किया है। भू-भाग और मौसम की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद, लगभग 71% प्रभावित साइटें अब कार्यरत हैं। हमारी टीमें ज़मीनी स्तर पर सक्रिय हैं और सुनिश्चित कर रही हैं कि शेष साइटों को भी शीघ्र बहाल किया जाए, ताकि नागरिकों और आपातकालीन सेवाओं को निर्बाध दूरसंचार उपलब्ध हो।”
दूरसंचार विभाग इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि शेष कनेक्टिविटी को भी शीघ्रतम समय में बहाल किया जाए और इस कठिन घड़ी में हिमाचल प्रदेश की जनता को विश्वसनीय संचार सेवाएँ उपलब्ध कराने के अपने संकल्प को दोहराता है।








