



Jaipur: प्रदेश में रीट (REET) परीक्षा को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. परीक्षार्थियों के आवागमन को लेकर परिवहन विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. राजधानी जयपुर में करीब ढाई लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचेंगे और उनके साथ उनके परिजन होने से संख्या बढ़ जाने से परिवहन सुचारू बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
यह भी पढ़ेंः REET Exam देने जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, वरना पड़ सकते हैं मुसीबत में!
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने रोडवेज बसों में परीक्षार्थियों को निशुल्क सफर के साथ अब निजी बसों में भी आवागमन को निशुल्क करने के दिशा निर्देश दिए हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन सहित परिवहन विभाग के अधिकारी मंथन में जुटे है. निजी बसों और रोडवेज बसों के लिए जयपुर (Jaipur News) शहर के बाहरी जगह पर पांच जगह पर अस्थाई बस स्टैंड बनाए हैं, जिसमें दिल्ली रोड, आगरा रोड, टोंक रोड, अजमेर रोड और सीकर रोड पर अस्थाई बस स्टैंड बनाए गए. यहां से शहर के अंदर आने के लिए परिवहन विभाग ने निजी मिनी बस संचालक टैक्सी, कैब, ऑटो टैक्सी, कार और जेजीटीसीएल बस संचालन को लेकर संपर्क किया.
26 सितंबर को रीट (REET Exam 2021) परीक्षा के दौरान ज्यादा से ज्यादा शहर में निजी ऑटो, टैक्सी, ई- रिक्शा, टैक्सी कैब और मिनी बसें संचालन पर जोर दिया जाएगा. जयपुर शहर में करीब 17 हजार ई-रिक्शा और 15 हजार ऑटो है. साथ हीं ढाई हजार टैक्सी और कैब की उपलब्धता रहेगी. जेसीटीसीएल (JCTCL) की 250 बसें और 1025 मिनी बसें शहर में चलेगी.
यह भी पढ़ेंः REET Exam को लेकर CM Gehlot का बड़ा ऐलान, नकल में सहयोग करने वाले सरकारी कार्मिक को किया जाएगा बर्खास्त
इसके अलावा जयपुर शहर में मेट्रो 30 हजार की क्षमता का दिन भर में आवागमन करेगी. रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेन और ट्रेन में अस्थाई डिब्बे जोड़ें गए हैं. रविवार अवकाश का दिन होने से स्थानीय वाहन और अन्य साधन भी कम रहते हैं. ऐसे में स्थानीय यात्री भार भी कम रहेगा.
परिवहन विभाग जयपुर की ओर से शहर के पांच स्थाई बस स्टैंड और शहर में आरटीओ (RTO) फ्लाइंग स्क्वायड दिनभर नजर बनाए रखेगी, जिससे परीक्षार्थियों और उनके परिजनों से अनावश्यक किराया नहीं वसूला जा सकें. इसके लिए परिवहन विभाग मिनी बस, ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी कार का परमिट कैंसिल और वाहनों की सीज की कार्रवाई भी कर सकता है. ऐसा ही जयपुर आरटीओ द्वारा कोरोना संक्रमण काल के दौरान अनावश्यक किराया वसूली पर वाहनों पर कार्रवाई की गई थी.